Edited By Vatika,Updated: 01 Apr, 2019 05:34 PM
पंजाब विधानसभा में प्रतिपक्ष के नेता हरपाल सिंह चीमा ने राज्य सरकार स्टांप डयूटी में वृद्धि करके लोगों की आंखों में धूल झोंक रही है लेकिन लोग समझदार हैं और सरकार की इस चतुराई का सबक चुनावों में सिखाएंगे।
चंडीगढ़: पंजाब विधानसभा में प्रतिपक्ष के नेता हरपाल सिंह चीमा ने राज्य सरकार स्टांप डयूटी में वृद्धि करके लोगों की आंखों में धूल झोंक रही है लेकिन लोग समझदार हैं और सरकार की इस चतुराई का सबक चुनावों में सिखाएंगे।
चीमा ने आज यहां कहा कि वसीयत, गोद लेने (अडाप्शन) ,पावर आफ अटार्नी और पुराने सरकारी दस्तावेज हासिल करने के लिए दी जाने वाली फीसों में गत फरवरी में ही भारी वृद्धि की जिसे आज से लागू करना था । लोकसभा चुनावों के कारण लोगों को अंधेरे में रखा जा रहा है । आप नेता के अनुसार सरकार ने लोगों पर बोझ डालने का फैसला ले लिया है और अब चुनाव के कारण इसका ऐलान रोक दिया है।राज्य सरकार के ताजा फैसले के अनुसार अब यदि कोई नागरिक वसीयत रजिस्टर्ड करवाएगा तो उसे चार हजार रुपए फीस देनी पड़ेगी। यदि कोई अपनी डीड को सरकार के पास रखना चाहता है तो इसके लिए उसे 4 हजार रुपए अलग से देने पड़ेंगे । यदि कोई अपनी पुरानी डीड अधिकारी के समक्ष खोल कर देखना चाहता है तो इसके लिए उसे अलग से इतनी रकम देनी होगी और अगर कोई अपनी वसीयत वापस लेना चाहता है तो इसके लिए भी अलग से चार हजार रुपए की फीस देनी पड़ेगी।
वहीं उन्होंने पंजाब में बिगड़ी कानून व्यवस्था को लेकर कैप्टन सरकार पर निशाना साधा है। उन्होंने कहा कि विधानसभा चुनावों के दौरान जारी किए गए चुनावी घोषणापत्र के वायदों को पूरा करने में राज्य सरकार असफल रही है। इसलिए कैप्टन को मुख्यमंत्री पद से इस्तीफा दे देना है। अकाली नेताओं द्वारा 'आप' पर दिए बयान पर भी बोलते हुए चीमा ने कहा कि अकालियों को लोग गांवों में घुसने नहीं दे रहे। इसलिए वह बौखलाहट में ऐसे बयान दे रहे हैं। उन्होंने कहा कि सुखबीर खुद कह रहे है कि अकाली दल अब खाली दल हो गया है।