Edited By swetha,Updated: 19 Dec, 2018 09:09 AM
हामिद निहाल अंसारी भारतीय सुरक्षा एजैंसियों के राडार पर रहने वाला है। यह पहला मामला है जब पाकिस्तान ने जासूसी के आरोप में पकड़े गए किसी भारतीय कैदी को इतनी जल्द रिहा कर दिया है। जबकि इससे पहले जितने भी भारतीय कैदी जासूसी के आरोप में पाकिस्तान में...
अमृतसर(नीरज): हामिद निहाल अंसारी भारतीय सुरक्षा एजैंसियों के राडार पर रहने वाला है। यह पहला मामला है जब पाकिस्तान ने जासूसी के आरोप में पकड़े गए किसी भारतीय कैदी को इतनी जल्द रिहा कर दिया है। जबकि इससे पहले जितने भी भारतीय कैदी जासूसी के आरोप में पाकिस्तान में पकड़े गए हैं उनको लंबी सजाएं काटनी पड़ीं। यहां तक कि सर्बजीत सिंह को तो अपनी जान से हाथ धोना पड़ा था। इस बात का शक एजैंसियों को रहेगा कि कहीं हामिद पाकिस्तान का मुखबिर न बन गया हो।
जासूसी के मामलों में पकड़े गए कुछ अन्य भारतीय कैदियों के नाम व सजा
*गोपाल दास आरोप जासूसी, सजा हुई 24 वर्ष।
*सुरजीत सिंह उर्फ मक्खन सिंह आरोप जासूसी, सजा हुई 22 वर्ष।
*किरपाल सिंह आरोप जासूसी, पाकिस्तान की जेल में हुई मौत।
*भानूदास काराले आरोप जासूसी, सजा हुई 14 वर्ष।
*रामराज आरोप जासूसी, सजा हुई 14 वर्ष।
गर्लफ्रैंड को मिलने गया था पाकिस्तान
हामिद निहाल अंसारी की बात करें तो पेशे से सॉफ्टवेयर इंजीनियर हामिद का फेसबुक पर एक पाकिस्तान लड़की के साथ प्रेम हो गया था। हालांकि यह पाकिस्तानी एजैंसियों का हनी ट्रैप था। तथाकथित लड़की को मिलने के लिए हामिद गैरकानूनी ढंग से वर्ष 2012 में अफगानिस्तान के रास्ते पेशावर गया जहां उसको गर्लफ्रैंड की तरफ से बताए गए लॉज में जाना पड़ा लेकिन यहां पर गर्लफ्रैंड की बजाय पाकिस्तानी सुरक्षा एजैंसियों ने उसे गिरफ्तार कर लिया।