Edited By Updated: 12 Apr, 2017 12:14 PM
पंजाब के जालंधर शहर से ताल्लुक रखने वाली गुरमेहर कौर एक बार फिर सुर्खियों में है। दिल्ली में हुए रामजस कॉलेज विवाद के दौरान ABVP को चैलेंज कर
जालंधरः पंजाब के जालंधर शहर से ताल्लुक रखने वाली गुरमेहर कौर एक बार फिर सुर्खियों में है। दिल्ली में हुए रामजस कॉलेज विवाद के दौरान ABVP को चैलेंज कर चर्चा में आई गुरमेहर ने सोशल मीडिया पर ट्रोल कर रहे लोगों के लिए एक ब्लॉग लिखा है। गुरमेहर ने 'आई एम' शीर्षक से लिखे अपने ब्लॉग में कहा, 'मेरे पिता शहीद हैं और मैं उनकी बेटी हूं। लेकिन मैं आपके शहीद की बेटी नहीं हूं।' गुरमेहर ने अपने ट्विटर हैंडल पर ब्लॉग को पोस्ट किया हैं।
क्या मैं वैसी हूं जैसा चित्रण मेरा मीडिया में होता है?
गुरमेहर ने कहा कि "मैं कौन हूं? एक ऐसा सवाल है जिसका जवाब मैं कुछ हफ्ते पहले तक बिना किसी संकोच या चिंता के दे सकती थी। लेकिन अब मैं पक्के तौर पर ऐसा नहीं कह सकती। क्या मैं वो हूं जो ट्रोल्स मेरे बारे में सोचते हैं? क्या मैं वैसी हूं जैसा चित्रण मेरा मीडिया में होता है? क्या मैं वो हूं जो सेलेब्रिटीज मेरे बारे में सोचते हैं? नहीं, मैं इनमें से कोई नहीं हो सकती। आपने टेलीविजन स्क्रीन पर अपने हाथों में प्लेकार्ड लिए, भौंहे चढ़ाए हुए और मोबाइल फोन के कैमरे पर टिकी आंखों वाली जिस लड़की को देखा होगा, वह निश्चित तौर पर मुझ जैसी दिखती होगी। उसके चेहरे पर चमकने वाली विचारों की उत्तेजना में निश्चित तौर पर मेरी झलक होगी। वह उग्र दिखती है, मैं उससे भी सहमत हूं। लेकिन 'ब्रेकिंग न्यूज़ की हेडलाइन्स' एक दूसरी ही कहानी सुनाती है। मैं वो हैडलाइन्स नहीं हूं।' शहीद की बेटी....मैं अपने पिता की बेटी हूं, मैं अपने पापा की गुलगुल हूं, मैं उनकी गुड़ियां हूं। मैं 2 साल की उस आर्टिस्ट जैसी हूं जिसे शब्दों का पता नहीं है पर उन छोटी चीजों को समझती हूं, जो उसके पिता उसे पुकारने के लिए बनाया करते थे। मैं अपनी मां का सिरदर्द हूं। राय रखने वाली, बेतहाशा और मूडी बच्ची, जिनमें मेरी मां की भी छाया है। मैं अपनी बहन के लिए पॉप कल्चर की गाइड हूं और बड़े मैचों से पहले बहस करने वाली उसकी साथी।
क्या था विवाद?
गौरतलब है कि फरवरी में रामजस कॉलेज में हुए हिंसा के दौरान सोशल मीडिया पर गुरमेहर की एक तस्वीर वायरल हुई थी। जिसमें उसके हाथ में प्लेकार्ड पर लिखा था मेरे पिता को पाकिस्तान ने नहीं, उन्हें युद्ध ने मारा। इसके बाद सोशल साइट्स पर जमकर मजाक उड़ाया गया था। इतना ही नबीं उन्हें जान से मारने की धमकियां तक दी गई थी। जिसके बाद वे अपने घर जालंधर लौट आई थी।