Edited By Mohit,Updated: 25 Jul, 2019 04:31 PM
शिक्षा विभाग में कार्यरत 3582 अध्यापकों की यूनियन ने आज अपनी मांगों और मुश्किलों के समाधान हेतु डिप्टी कमिश्नर गुरदासपुर को ज्ञापन सौंपा।
गुरदासपुर (हरमनप्रीत): शिक्षा विभाग में कार्यरत 3582 अध्यापकों की यूनियन ने आज अपनी मांगों और मुश्किलों के समाधान हेतु डिप्टी कमिश्नर गुरदासपुर को ज्ञापन सौंपा। इस मौके पर यूनियन के शिष्टमंडल ने डिप्टी कमिश्नर को मिलकर अपील की कि उनके मामलों को हल करवाया जाए।
अध्यापक नेता गुरप्रीत पटियाला ने कहा कि सरकार द्वारा नई भर्ती के दौरान सभी अध्यापकों की तैनाती उनके घर से करीब 250 से 300 किलोमीटर दूर सीमावर्ती स्कूलों में की गई है। जबकि उनके अपने जिलों में पोस्टें रिक्त पड़ी हुई है। उन्होंने कहा कि एक तरफ वह दूर के जिलों में जाकर काम कर रहे है और दूसरी तरफ सरकार द्वारा उन्हें परख काल समय 9703 रुपए ही दिए जा रहे है। उन्होंने कहा कि 3 वर्षों के परख समय में इतनी कम वेतन पर काम करना उनके लिए बड़ी समस्या से कम नहीं है।
उन्होंने कहा कि उन्हें अन्य अध्यापकों की तरह दो वर्षों का परख समय पार करने के बाद पूरे ग्रेड और भत्तों अनुसार वेतन दी जाए। इस मौके पर सतिबीर सिंह बठिंडा ने मांग की कि तबादलों की पाॅलिसी में उन्हें पहल के आधार पर विचार किया जाए और उनके तबादले रिहायशी जिलों में किए जाए। इस मौके पर बलविंदर सिंह रोपड़, सुनील बंगा, अमरजीत माछीवाड़ा, शबनम, हरजीत, मनजीत, नैनसी आदि उपस्थित थे।