Edited By Punjab Kesari,Updated: 14 Jul, 2017 04:19 PM
केन्द्रीय चुनाव आयोग ने चाहे अभी तक गुरदासपुर लोकसभा सीट के लिए होने वाले उपचुनाव की तारीख का ऐलान नहीं किया है
जालंधर (धवन): केन्द्रीय चुनाव आयोग ने चाहे अभी तक गुरदासपुर लोकसभा सीट के लिए होने वाले उपचुनाव की तारीख का ऐलान नहीं किया है परन्तु उपचुनाव को लेकर पंजाब के सियासी हलकों में हलचल शुरू हो गई है। चुनावी अधिकारियों से पता चला है कि केन्द्रीय चुनाव आयोग द्वारा गुरदासपुर सीट का उपचुनाव अक्तूबर अंत तक करवाया जा सकता है। आम तौर पर चुनाव आयोग द्वारा केवल एक सीट का चुनाव या उपचुनाव अकेले नहीं करवाया जाता है बल्कि उसको कुछ अन्य राज्यों में होने वाले उपचुनाव या राज्य विधानसभा चुनावों के साथ जोड़ लिया जाता है। अधिकारियों ने कहा कि गुरदासपुर सीट का प्रतिनिधित्व करने वाले सांसद विनोद खन्ना का देहांत 27 अप्रैल 2017 को मुम्बई में हुआ था जिसे देखते हुए चुनाव आयोग के लिए कानूनी दृष्टि से 6 महीने के भीतर उपचुनाव करवाना अनिवार्य होता है। इस हिसाब से उपचुनाव अक्तूबर अंत तक करवाया जाना चाहिए। परन्तु कानूनी नियमों के अनुसार चुनाव आयोग द्वारा जब गुरदासपुर सीट को औपचारिक तौर पर खाली घोषित किया जाता है तब से लेकर 6 महीने का समय गिना जाता है। मई के शुरू में चुनाव आयोग ने गुरदासपुर सीट को खाली घोषित कर दिया था।
गुरदासपुर लोकसभा सीट पर भाजपा तथा सत्ताधारी कांग्रेस के बीच में ही मुख्य मुकाबला होना है। दोनों ही पाॢटयों ने अभी तक अपने उम्मीदवारों का ऐलान नहीं किया है। पर्दे के पीछे उम्मीदवारों के चयन को लेकर सरगर्मियां अवश्य चल रही हैं। कांग्रेसी हलकों से पता चला है कि मुख्यमंत्री कै. अमरेन्द्र सिंह ने गुरदासपुर लोकसभा सीट में पड़ते विभिन्न विधानसभा हलकों व सीमावर्ती इलाकों का प्रतिनिधित्व करने वाले कांग्रेसी विधायकों के साथ मजबूत उम्मीदवार के चयन को लेकर अनौपचारिक विचार विमर्श शुरू कर दिया है। कैप्टन द्वारा इन विधायकों से चर्चा करके उम्मीदवार की संभावनाओं का पता लगाया जा रहा है। पिछले दिनों जब कैप्टन अमरेन्द्र सिंह कांग्रेस के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष राहुल गांधी से मिले थे, तो राहुल ने उन्हें गुरदासपुर सीट को जीतने के लिए कहा था। कैप्टन ने राहुल को भरोसा दिया था कि गुरदासपुर में कांग्रेस अपना मजबूत उम्मीदवार उतारते हुए उपचुनाव को जीतेगी।
चुनावी अधिकारियों ने दूसरी तरफ बताया है कि विनोद खन्ना के देहांत को हुए दो महीने से अधिक का समय निकल चुका है। अब तीसरा महीना चल रहा है। संभवत: अगले कुछ दिनों में उपचुनाव की तारीख का ऐलान भी कर दिया जाए। एक चर्चा यह भी सुनने ेमें आ रही है कि केन्द्रीय चुनाव आयोग संभवत: गुरदासपुर सीट का उपचुनाव अक्तूबर नवम्बर में होने वाले हिमाचल प्रदेश तथा गुजरात विधानसभा के आम चुनावों के साथ करवा सकता है। हिमाचल तथा गुजरात विधानसभा के चुनाव भी अक्तूबर-नवम्बर तक संभवित बताए जा रहे हैं। अतीत में भी कई राज्य विधानसभा चुनावों के साथ खाली पड़ी लोकसभा सीटों के उपचुनाव होते आए हैं। अगले कुछ दिनों में इस संबंध में स्थिति और साफ होने की उम्मीद है।