Edited By Tania pathak,Updated: 11 Nov, 2020 12:43 PM
पंजाब में कोरोना की दूसरी लहर उठने की संभावना के मद्देनजर पंजाब के मुख्यमंत्री कैप्टन अमरिंदर सिंह ने मंगलवार को सेहत और मेडिकल शिक्षा को निर्देश दिए कि रोजमर्रा 30,000 कोविड टेस्टिंग करवाने का लक्ष्य बरकरार रखा जाए...
चंडीगढ़ /जालंधर (अश्वनी, धवन): पंजाब में कोरोना की दूसरी लहर उठने की संभावना के मद्देनजर पंजाब के मुख्यमंत्री कैप्टन अमरिंदर सिंह ने मंगलवार को सेहत और मेडिकल शिक्षा को निर्देश दिए कि रोजमर्रा 30,000 कोविड टेस्टिंग करवाने का लक्ष्य बरकरार रखा जाए।
इसके साथ ही उन्होंने मेडिकल स्टाफ की कमी को पूरा करने के लिए सुपर स्पैशलिस्ट डाक्टरों की भर्ती के लिए नियमों में संशोधन करने के भी निर्देश दिए। राज्य में कोविड की स्थिति के बारे में समीक्षा करने के लिए बुलाई उच्च स्तरीय वर्चुअल मीटिंग की अध्यक्षता करते मुख्यमंत्री ने मुख्य सचिव विन्नी महाजन को कहा कि सुपर स्पैशलिस्ट विभाग में भर्ती यकीनी बनाने के लिए नियमों में संशोधन पर काम किया जाए जिससे कोविड खिलाफ जंग किसी भी प्रकार ढीली न पड़ सके। मुख्यमंत्री ने संबंधी विभाग को निर्देश दिए कि रोजमर्रा कम से कम 25,000 आर. टी. पी. सी. आर. और 5000 रैपिड एंटीजन टैस्ट यकीनी बनाऐ जाए। उन्होंने कहा कि मामलों में आई मौजूदा गिरावट के बावजूद राज्य में दूसरी लहर के आने की संभावना की स्थिति गंभीर बनी हुई है।
डी.जी.पी. को दी ये नई हिदायत
उन्होंने डी. जी. पी. दिनकर गुप्ता को हिदायत दी कि मास्क न पहनने और सामाजिक दूरी और नियमों का उल्लंघन करने वालों खिलाफ सख्ती की जाए। कैप्टन ने कोविड फैलाने की संभावना वालों पर खास ध्यान केंद्रित करन की जरूरत पर जोर दिया। उन्होंने कहा कि सरकारी कामगारों की रोजमर्रा की जांच होनी चाहिए और स्कूल और कालेज खुलने साथ यह जरूरी है कि टेस्टिंग के लिए मोबाइल टीमों की संख्या बढ़ा दी जाए। राज्य में उच्च मौत दर पर चिंता ज़ाहिर करते मुख्यमंत्री ने डा के. के. तलवाड़ के नेतृत्व वाली डाक्टरों की माहिर टीम को समस्या के साथ प्रभावशाली रणनीति तैयार करने के लिए कहा।