Edited By Des raj,Updated: 28 Jul, 2018 06:43 PM
प्रदेश भर में पिछले लंबे समय से चला हुआ टैक्स माफिया का खेल अब तीसरे चरण में पहुंच चुका है। प्रदेश भर से स्क्रैप के सैंकड़ों वाहन प्रतिदिन मंडी गोङ्क्षबदगढ़ को जा रहे हैं और इसमें करोड़ों रुपए का चूना सरकार को लग रहा है, जबकि पिछले दो माह से इसमें...
अमृतसर (इन्द्रजीत): प्रदेश भर में पिछले लंबे समय से चला हुआ टैक्स माफिया का खेल अब तीसरे चरण में पहुंच चुका है। प्रदेश भर से स्क्रैप के सैंकड़ों वाहन प्रतिदिन मंडी गोङ्क्षबदगढ़ को जा रहे हैं और इसमें करोड़ों रुपए का चूना सरकार को लग रहा है, जबकि पिछले दो माह से इसमें और तेजी आ गई थी। घटनाक्रम के बदलते हुए जैसे ही विभाग में एक्साइज एंड टैक्सेशन के अधिकारियों की तबादले हुए तो इस खेल में तीसरी करवट आते हुए माफिया ने भी अपना अलग रूप दिखाना शुरू कर दिया है। एक्साइज एंड टैक्सेशन विभाग मुख्यमंत्री कैप्टन अमरेन्द्र सिंह के पास है और उनकी व्यवस्तता के कारण माफिया बेखौफ हो चुका है जबकि बड़ी संख्या में अधिकारी इस गौरखधंधे में टैक्स माफिया का साथ दे रहे हैं।
कैसे टूटी बदलियों से चैन
पंजाब प्रदेश में सक्रेप को मंडी गोङ्क्षबदगढ़ जहां पर इसकी खपत होती है। ई-ट्रिपिंग होने से पहले तो यह काम निर्बाध चल रहा था किन्तु ई-ट्रिपिंग शुरू होने के बाद भी दूसरे चरण में इसमें कोई रुकावट नहीं आई किन्तु एकाएक टैक्सेशन विभाग में बदलियां हो जाने के कारण बदले हुए नए लोग जो पहले से ही इसके बारे में जानते थे, अब इस चैन का हिस्सा बनने को तैयार नहीं किन्तु यह चैन अभी तक पूरी तरह से नहीं टूटी क्योंकि प्रदेश के अलग-अलग स्थानों से आने वाले ट्रकों पर निगरानी में कई टीमें विभाग की होती थी किन्तु सैटिंग होने के बाद टैक्स माफिया को कोई दिक्कत नहीं आई, वहीं जो अधिकारी इस चैन का हिस्सा बनने को तैयार नहीं हैं, उन्हें बाईपास कर रुट अलग बना लिए गए हैं।
दबंगई पर उतरे टैक्स माफिया
प्रतिदिन पूरे प्रदेश से 1500 से 2000 टन माल मंडी गोङ्क्षबदगढ़ को पहुंचा है। इसमें यदि अलग अलग रुटों को देखा जाए तो इसमें पूरे पंजाब से मंडी गोङ्क्षबदगढ़ तक पहुंचने वाले ट्रकों को 100 किलोमीटर से लेकर 250 किलोमीटर तक फासला तय करना पड़ता है, इसमें कई जिले बदलते हैं। दुविधा तब हुई जब नए आए अधिकारियों ने इन्हें कोई प्रकार से समझौता नहीं किया। इससे क्रुध होकर ही टैक्स माफिया ने लुधियाना के मीडिया को भी चुनौती दे दी। हालांकि लुधियाना में पत्रकारों को धमकाने का सिलसिला नहीं है किन्तु बताते चले कि इतना बड़ा पंजाब में टैक्स घोटाला आज तक हुआ नहीं जितना स्क्रैप के चक्र में हुआ है। सूत्रों की माने तो अब टैक्स माफिया इतना अमीर हो चुका है कि कई गैंगस्टर भी इनके साथ मिल चुके हैं।
एक दर्जन ट्रक स्क्रैप के घेरे
इस संबंध में जालंधर रेंज के डिप्टी कमिश्नर ऑफ एक्साइज एंड टैक्सेशन बी.के. विरदी ने कहा कि विभाग टैक्स चोरों पर कड़ा रवैया अपना रहा है। उन्होंने कहा कि पिछले कुछ दिनों में ही एक दर्जन के करीब ट्रक स्क्रैप के घेरे जा चुके हैं और इन पर पैनल्टी भी ली गई है। आने वाले समय में टैक्स चोरी के विरुद्ध अभियान को और तेज कर दिया जाएगा।
आयकर विभाग भी कर सकता है कार्रवाई
इस संबंध में इनकम टैक्स इंवैस्टीगेशन विंग के डिप्टी डायरैक्टर राहुल पाडा ने कहा है कि यदि इस प्रकार की कोई शिकायत मिलती है तो विभाग सख्त कार्रवाई करेगा।