Edited By Punjab Kesari,Updated: 15 Dec, 2017 10:20 AM
धान के सीजन दौरान किसानों की मंडियों में जहां दुर्दशा बड़े स्तर पर हुई है, वहीं पंजाब सरकार मंडियों में खरीद कर रखी गई धान की हजारों बोरियों की लिफ्टिंग समय पर करवाने में फेल हुई है, जिस कारण किसानों, मजदूरों व आढ़तियों में सरकार प्रति रोष पाया जा...
मोगा (पवन ग्रोवर): धान के सीजन दौरान किसानों की मंडियों में जहां दुर्दशा बड़े स्तर पर हुई है, वहीं पंजाब सरकार मंडियों में खरीद कर रखी गई धान की हजारों बोरियों की लिफ्टिंग समय पर करवाने में फेल हुई है, जिस कारण किसानों, मजदूरों व आढ़तियों में सरकार प्रति रोष पाया जा रहा है। यही नहीं मंडियों में पड़ी धान की हजारों बोरियों में माल अब बदरंग होने लगा है।
‘पंजाब केसरी’ द्वारा मोगा जिले की बड़ी मंडी अजीतवाल व ढुडीके का दौरा किया गया तो पता लगा कि इन दाना मंडियों में क्रमवार 15 हजार तथा 7 हजार गट्टा धान बोरियों में भरा पड़ा है, जिसकी लिफ्टिंग नहीं हो सकी। यही नहीं इन दाना मंडियों में किसानों की ओर से बिकने के लिए लाए गए धान की बोरियां तो चाहे भरी गई हैं, लेकिन किसी भी खरीद एजैंसी द्वारा भाव न लगाए जाने के कारण ये अभी तक नहीं बिकीं।
इसी तरह की बनी स्थिति के कारण पिछले अढ़ाई महीनों से मंडियों में बैठे मजदूर धान की रखवाली के लिए सर्द रातें जागकर काटते हैं। हैरानीजनक पहलू तो यह है कि इन दोनों मंडियों के आढ़तियों तथा मजदूरों ने यह मामला जिला खुराक तथा सिविल सप्लाई विभाग के अधिकारियों के अलावा मंडी बोर्ड तथा पनसप विभाग के इंस्पैक्टरों के आगे भी उठाया, लेकिन अभी तक समस्या ज्यों की त्यों बनी हुई है। दाना मंडी के मजदूर राम प्रसाद ने धान की लिफ्टिंग न होने के कारण पैदा हुई समस्याओं के बारे में कहा कि गत 10 सालों में ऐसी समस्या कभी नहीं बनी, लेकिन इस बार पहले किसानों को धान बेचने के लिए काफी दिन मंडियों में बैठना पड़ा तथा अब मजदूर व आढ़ती परेशान हो रहे हैं।
आढ़ती गुरदेव सिंह ने कहा कि बोरियों में पड़ा धान भारी होने के कारण संबंधित शैलर मालिक इसको अपने शैलरों में ले जाने को तैयार नहीं, क्योंकि धान बदरंग होने के कारण आगे एफ.सी.आई. ने इसे नहीं खरीदना। उन्होंने कहा कि कई किसानों का बारिश उपरांत खराब हुआ धान अभी तक नहीं बिका। वहीं इसी दौरान आढ़ती यूनियन के शिष्टमंडल ने इस समस्या के हल हेतु जिला प्रशासन को लिखित तौर पर मांग पत्र दिया है।
इस मामले संबंधी पनसप के डी.एम. परमिन्द्र सिंह बोपाराय से संपर्क किया तो उनका कहना था कि मंडियों में पड़ी बोरियों को उठवाने के लिए शैलर मालिकों से बातचीत चल रही है। इस संबंधी पटियाला के एक शैलर मालिक को 600 एम.टी. का रिलीज आर्डर भी दिया है। उन्होंने कहा कि जल्द ही धान की लिफ्टिंग हो जाएगी। जिला मंडी अफसर जसवीर सिंह ने संपर्क करने पर कहा कि मंडियों में कोई भी धान अनबिका नहीं है तथा सिर्फ लिफ्टिंग ही बाकी है।