Edited By Updated: 20 May, 2017 11:26 AM
सबसे बड़े टैक्स रिफॉर्म जी.एस.टी. को लेकर जहां कारोबारियों में संशय के साथ-साथ राहत की भावना पाई जा रही है वहीं जालंधर की स्पोर्ट्स
जालंधर(खुराना): सबसे बड़े टैक्स रिफॉर्म जी.एस.टी. को लेकर जहां कारोबारियों में संशय के साथ-साथ राहत की भावना पाई जा रही है वहीं जालंधर की स्पोर्ट्स इंडस्ट्री जी.एस.टी. की दरों की घोषणा होते ही निराशा के आलम में आ गई है।
गौरतलब है कि केन्द्र सरकार ने विभिन्न स्पोर्ट्स आइटमों को 12, 18 और 28 प्रतिशत टैक्स दर में रखा है, जिसे लेकर आज स्पोर्ट्स इंडस्ट्री के प्रमुख कारोबारियों की एक बैठक बस्ती नौ में हुई जिसमें रविन्द्र धीर, संजय कोहली, विजय धीर, विपिन पिं्रजा, प्रवीण आनंद, रमेश आनंद, ललित साहनी, संदीप गांधी, नरेन्द्र सिंह बेदी, शामसुंदर नैयर, अतुल मदान, नितिन महाजन, यशपाल शर्मा, प्रेम उप्पल, दिनेश कोहली, विशाल महाजन, पुनीत मदान, राकेश अरोड़ा, अशोक कुमार, राजिन्द्र चतरथ, अनिल साहनी, सुनील मल्होत्रा तथा जगजीत सिंह इत्यादि शामिल हुए। सभी ने कहा कि स्पोर्ट्स गुड्स को शिक्षा का विषय मान कर इसे न्यूनतम 5 प्रतिशत टैक्स दर में लाया जाए वर्ना कारोबार में मंदी का दौर शुरू हो जाएगा। नई पीढ़ी के उत्तम स्वास्थ्य के लिए भी इस उद्योग को न्यूनतम टैक्स दर में रखना जरूरी है वर्ना इंडस्ट्री का उत्थान रुक जाएगा।