Edited By Vatika,Updated: 09 May, 2018 09:41 AM
शिरोमणि गुरुद्वारा प्रबंधक कमेटी में विभिन्न तरह के विवादों के चलते पिछले 2 दिनों से जारी तबादलों के दौर के तहत किरण बाला मामले में श्री हरिमंदिर साहिब के मैनेजर सुलक्खण सिंह को बदल कर उनकी जगह पर जसविन्द्र सिंह दीनपुर को लगा दिया गया है जबकि उनको...
अमृतसर: शिरोमणि गुरुद्वारा प्रबंधक कमेटी में विभिन्न तरह के विवादों के चलते पिछले 2 दिनों से जारी तबादलों के दौर के तहत किरण बाला मामले में श्री हरिमंदिर साहिब के मैनेजर सुलक्खण सिंह को बदल कर उनकी जगह पर जसविन्द्र सिंह दीनपुर को लगा दिया गया है जबकि उनको उप-सचिव सैक्शन-85 में लगा दिया गया है।
इससे पहले शहीदी यादगार को लेकर विवादों में रहे मैनेजर सराय गुरिंद्र सिंह का तबादला कुरुक्षेत्र तथा सहायक मैनेजर एवं उनके भाई नरेंद्र सिंह का तबादला आनंदपुर साहिब में कर दिया गया है। उल्लेखनीय है कि बीती बैसाखी को पाकिस्तान के गुरुधामों के दर्शनों के लिए गए जत्थो में शामिल गढ़शंकर की किरण बाला नामक महिला ने जत्थे से अलग होकर पाकिस्तान के एक निवासी जिसके साथ उसने फेसबुक के द्वारा दोस्ती की थी। जब यह खबर भारत पहुंची तो शिरोमणि कमेटी के साथ-साथ भारत की खुफिया एजैंसियों में भी हलचल मच गई और कई तरह की चर्चाएं मीडिया में होने लगीं।
सूत्रों के अनुसार किरण बाला को वीजा देने के मामले में मैनेजर सुलक्खन सिंह ने पूर्व कैबिनेट मंत्री बिक्रमजीत सिंह मजीठिया के सहायक तलबीर सिंह गिल की सिफारिश पर उसका नाम जत्थे में डलवाया और उसे एक दिन पहले यहां रात काटने के लिए कमरा भी दिलवाया। यह बात एस.जी.पी.सी. प्रधान गोबिंद सिंह लौंगोवाल के नेतृत्व में गठित 5 सदस्यी जांच कमेटी द्वारा की जांच में साबित हुई जोकि मैंबर भगवंत सिंह स्यालका के नेतृत्व तले हुई। इस कमेटी के गठन समय जसविन्द्र सिंह दीनपुर को इस जांच कमेटी का को-ऑर्डीनेटर नियुक्त किया गया। इसकी पहली मीटिंग भी बीते दिन अमृतसर में हुई थी जिसकी कार्रवाई भी गुप्त रखी गई थी। उधर इस संबंध में शिरोमणि कमेटी के वक्ता एवं एडीशनल सचिव ने कहा कि सुलक्खन सिंह का तबादला प्रबंधकीय कारणों के चलते हुआ। उनहोंने इसका किरण बाला मामले के साथ संबंध होने के बारे में कुछ भी कहने से इंकार कर दिया।