Edited By Punjab Kesari,Updated: 16 Nov, 2017 11:19 AM
गांव नानोनंगल के पास से निकलने वाली अपरबारी दोआब नहर के किनारे लकडियां इकट्ठी कर रही लड़की का पांव अचानक फिसलने से वह नहर में गिर गई। उसी समय वहां से गुजर रहे एक राहगीर की मुस्तैदी से उक्त लड़की की जान बच गई। जानकारी अनुसार लक्की पत्नी योद्धा वासी...
गुरदासपुर/दीनानगर(विनोद, कपूर): गांव नानोनंगल के पास से निकलने वाली अपरबारी दोआब नहर के किनारे लकडियां इकट्ठी कर रही लड़की का पांव अचानक फिसलने से वह नहर में गिर गई। उसी समय वहां से गुजर रहे एक राहगीर की मुस्तैदी से उक्त लड़की की जान बच गई। जानकारी अनुसार लक्की पत्नी योद्धा वासी गांव कोटला वीरवार को नहर के किनारे लकडिय़ां उठा रही थी। इस दौरान अचानक उसका पैर फिसल गया और वह नहर में जा गिरी और गहरे पानी के चलते डूबने लगी।
इस दौरान रास्ते से गुजर रहे राहगीर दलबीर सिंह बिल्ला की नजर नहर में डूब रही लड़की पर पड़ी तो उसने तुरंत शोर मचाना शुरू कर दिया, जिससे लोग वहां एकत्रित हो गए और लोगों की मदद से उक्त लड़की को नहर में से बाहर निकाला गया और उसके पेट में भरे पानी को निकाला।
घटना होने के 2 घंटे बाद भी पुलिस व एम्बुलैंस दोनों में से कोई घटनास्थल पर नहीं पहुंचा। प्रशासन की इस लापरवाही को देख कर लोगों का इंतजार गुस्से में बदल गया और घटनास्थल पर एकत्रित हुए लोगों ने पुलिस प्रशासन व एम्बुलैंस सेवा के खिलाफ खुल कर रोष प्रदर्शन करके नारेबाजी की जिससे प्रशासन के हाथ-पांव फूल गए। इसके बाद लड़की को इलाज के लिए सी.एच.सी. सिंगोवाल में भर्ती करवाया गया। यहां डाक्टरों की ओर से उपचार करने के बाद लड़की को होश आ गया। इसके बाद प्रशासन ने राहत की सांस ली।