Edited By Vatika,Updated: 08 Mar, 2019 09:12 AM
लम्बे समय से विवादों में चले आ रहे तख्त श्री हरिमंदिर साहिब पटना के जत्थेदार ज्ञानी इकबाल सिंह के इस्तीफे के बाद राजसी और पंथक हलकों में हलचल मच गई है।
अमृतसर/बटाला(अनजान, मठारू): लम्बे समय से विवादों में चले आ रहे तख्त श्री हरिमंदिर साहिब पटना के जत्थेदार ज्ञानी इकबाल सिंह के इस्तीफे के बाद राजसी और पंथक हलकों में हलचल मच गई है।
आज फिर ज्ञानी इकबाल सिंह ने अपने लैटरपैड पर मुख्यमंत्री बिहार व मुख्यमंत्री पंजाब को पत्र लिखकर विशेष सिक्योरिटी की मांग की है। उन्होंने पंजाब के पूर्व उप-मुख्यमंत्री सुखबीर सिंह बादल, पटना साहिब प्रशासनिक कमेटी के प्रधान जत्थेदार अवतार सिंह और मैंबर कमिक्कर सिंह मुकन्दपुर पर आरोप लगाते हुए कहा कि उन्हें और उनके परिवार को उक्त व्यक्तियों से जान का खतरा है इसलिए उन्हें विशेष सिक्योरिटी दी जाए। इसकी एक कॉपी जत्थेदार अकाल तख्त को दी गई है।
उन्होंने कहा कि कुछ दिनों से डेरा प्रमुख राम रहीम को बिना मांगी माफी का सत्य उजागर करने के कारण उस समय की सरकार के मुख्यमंत्री, उप-मुख्यमंत्री, अपने आप बने पंथक और राजसी नेताओं द्वारा रची जा रही साजिशों का शिकार हो गए हैं। 9 मार्च की श्री अकाल तख्त साहिब पर बुलाई गई मीटिंग में उनके साथ सुखबीर सिंह बादल, ज्ञानी गुरबचन सिंह और ज्ञानी गुरमुख सिंह को भी बुलाया जाए।अपने इस्तीफे को लेकर उन्होंने कहा कि उन्होंने जत्थेदार अवतार सिंह और जत्थेदार अकाल तख्त के नाम पर इस्तीफा भेजा ही नहीं है तो इस पर कार्रवाई किस आधार पर की गई। उन्होंने केवल महासचिव को इस्तीफा भेजा था और उन्होंने वापस कर दिया।