Edited By Punjab Kesari,Updated: 27 Jun, 2017 10:23 AM
गैंगस्टरों का अातंक दिन-ब-दिन बढ़ता ही जा रहा है। वे कब किसी पर हमला कर दे इसका अंदाजा नहीं लगाया जा सकता। वहीं किसी गैंगस्टर के घर अाधी रात को अंधाधुंध फायरिंग हैरानी में डालती है।
होशियारपुरः गैंगस्टरों का अातंक दिन-ब-दिन बढ़ता ही जा रहा है। वे कब किसी पर हमला कर दे इसका अंदाजा नहीं लगाया जा सकता। वहीं किसी गैंगस्टर के घर अाधी रात को अंधाधुंध फायरिंग हैरानी में डालती है।
गत रात करीब 11 बजे होशियारपुर के गैंगस्टर बिन्नी गुज्जर के घर कुछ अज्ञात लोगों ने अंधाधुंध फायरिंग की। हालांकि, फायरिंग में कोई भी जानी नुकसान नहीं हुआ। फायरिंग को लेकर बिन्नी का परिवार डरा हुआ है। यह फायरिंग बिन्नी गुज्जर की कोर्ट में तारीख से महज एक रात पहले की गई है।
बिन्नी गुज्जर की होशियारपुर कोर्ट में हत्या के एक मामले में सोमवार को पेशी थी, लेकिन उसे पेशी के लिए नहीं लाया गया। इस घटना के पीछे जेल में चली आ रही गुटबंदी और पुरानी रंजिश बताया जा रहा है। परिवार के सदस्यों की शिकायत पर कथित आरोपियों के खिलाफ पुलिस ने हत्या के प्रयासों एवं अन्य धाराओं के तहत मामला दर्ज कर लिया है।
होशियारपुर के गोकुल नगर में रहने वाले गैंगस्टर बिन्नी गुज्जर के घर पर रविवार रात 10:50 पर अज्ञात बंदूकधारियों ने फायरिंग की। बंदूकधारियों ने 10 फायर किए। इनमें 8 फायर चले, जबकि दो 2 जिंदा कारतूस घटनास्थल से बरामद हुए हैं। घटनास्थल से 7.65 एमएम पिस्टल के 8 खोल और 2 जिंदा कारतूस मिले हैं। फायर गेट पर लगी फाइबर की चादर को पार करते हुए अंदर के दरवाजे और दीवार पर जाकर लगे। जिस जगह दरवाजे पर फायर लगे हैं, उसके ठीक अंदर सामने बिन्नी गुज्जर का छोटा भाई राबिन सिंह बैठा था, जो इन दिनों घर पर आया हुआ है। अज्ञात बंदूकधारी जब फायर कर रहे थे तो पड़ोसी ने पुलिस को फोन कर दिया, परंतु पुलिस के पहुंचने से पहले भाग गए।
बिन्नी गुज्जर की माता कमलेश पत्नी हरजिंदर सिंह उर्फ पप्पू ने बताया कि गोलियों की आवाज सुन परिवार के सभी सदस्य डर गए। जब गोलियां चलनी बंद हुई तो सीढ़ियों से उन्होंने चढ़कर बाहर देखा, जहां बंदूकधारी सफेद रंग की इंडीगो गाड़ी के पास खड़े थे और मंडी रोड की तरफ भाग खड़े हुए। हमलावर इस बात के जानकार थे कि घर के गेट पर सी.सी.टी.वी. कैमरा लगा है और इतनी रेंज से फायर किए कि शक्ल न दिखाई दे और कैमरे में सिर्फ धड़ ही नजर आए। कमलेश ने बताया कि परिवार सदस्यों ने हमलावरों को देखने से मना किया पर उन्होंने सीढ़ियों से बाहर खड़े हमलावरों को देख लिया और पुलिस आने पर उन्हें उनके बारे में बताया है।