Edited By swetha,Updated: 04 Aug, 2018 08:49 AM
पंजाब में दहशत का सबब बने 4 ए कैटागरी के गैंगस्टर अभी भी पंजाब पुलिस की पकड़ से दूर हैं। ये गैंगस्टर पंजाब में हो रही विभिन्न क्राइम गतिविधियों में अभी भी एक्टिव हैं। ये अपने ठिकाने तो बदलते ही रहते हैं, आजकल टैक्नोलॉजी के मामले में भी तेज-तर्रार हो...
जालंधर (कमलेश): पंजाब में दहशत का सबब बने 4 ए कैटागरी के गैंगस्टर अभी भी पंजाब पुलिस की पकड़ से दूर हैं। ये गैंगस्टर पंजाब में हो रही विभिन्न क्राइम गतिविधियों में अभी भी एक्टिव हैं। ये अपने ठिकाने तो बदलते ही रहते हैं, आजकल टैक्नोलॉजी के मामले में भी तेज-तर्रार हो गए हैं।
पुलिस सूत्र के अनुसार ए-कैटागरी के गैंगस्टर ज्यादा देर एक सिम कार्ड यूज नहीं करते और इनके द्वारा खरीदे गए मोबाइल और सिम कार्ड इनके नाम पर रजिस्टर्ड नहीं होते। पुलिस द्वारा क्राइम सीन पर मोबाइल टॉवर डंप टैक्नोलॉजी का उपयोग किया जाता है, गैंगस्टर इस टैक्नोलॉजी को लेकर भी सचेत हो गए हैं। इस कारण पुलिस कई गैंगस्टर्स को ट्रेस नहीं कर पाती।
ये हैं पंजाब में दहशत का पर्याय बने गैंगस्टर
जयपाल भुल्लर
35 साल का जयपाल भुल्लर उर्फ मंजीत फिरोजपुर का रहने वाला है। गौरतलब है कि जयपाल के पिता पंजाब पुलिस में पूर्व सब-इंस्पैक्टर रह चुके हैं। वह खुद भी डिस्क थ्रो में नैशनल प्लेयर रह चुका है। पुलिस के रिकार्ड के अनुसार उस पर 42 मुकद्दमे दर्ज हैं। इन केसों में प्रमुख तौर पर सुक्खा काहलवां, सेखों करमीती, सुखदेव सिंह की हत्या का मामला है। इसके अलावा होशियारपुर गन हाऊस डकैती, मोहली, पंचकूला, कोटा के बैंकों में डकैती, पंचकूला के भाजपा नेता से मर्सीडीज लूटना, राजस्थान के किशनगढ़ में पौने 2 करोड़ के तांबे से भरा ट्रक लूटना जैसे अपराधों में जयपाल शामिल रहा है। बिजनैसमैनों के लिए ही नहीं इस समय जयपाल पुलिस अफसरों के लिए भी खतरा बना हुआ है। विक्की गौंडर के एनकाऊंटर के बाद ही जयपाल ने कुछ पुलिस वालों की लिस्ट बना ली थी जोकि उसके टार्गेट पर हैं। इस शातिर गैंगस्टर को पकडना इस समय पुलिस की प्राथमिकता बनी हुई है।
हैरी चट्ठा
गैंगस्टर हैरी चट्ठा बटाला का रहने वाला है। इसके ऊपर हत्या, हत्या के प्रयास, गैंगवार में गोली चलाने, पुलिस हिरासत से भागने सहित कई और मामले भी दर्ज हैं। उसे विक्की गौंडर का दोस्त माना जाता है। यह गैंगस्टर इस समय पुलिस के लिए सिरदर्द बना हुआ है।
गोपी घनश्यामपुरिया
घनश्यामपुर का रहने वाला गैंगस्टर गोपी घनश्यामपुरिया नाभा जेल ब्रेक कांड का मुख्य आरोपी है। गोपी की तलाश में पंजाब पुलिस ने दिन-रात एक किए थी लेकिन वह पुलिस के हत्थे नहीं चढ़ा। गोपी पर हत्या, हत्या के प्रयास समेत 14 मामले दर्ज हैं। वहीं यह भी चर्चा रही थी कि यू.पी. पुलिस की स्पैशल टास्क फोर्स ने गोपी को काबू कर लिया था लेकिन कांग्रेस के एक सीनियर नेता ने गोपी को छोडऩे के लिए पुलिस के साथ डील कर ली थी, जिसके बाद वह फरार हो गया था और अब तक पुलिस के हाथ नहीं लगा।
रिंदा
गैंगस्टर रिंदा महाराष्ट्र के नांदेड़ का रहने वाला है लेकिन उसका ज्यादा वक्त पंजाब में ही गुजरा है। रिंदा जुर्म की दुनिया में पूरी तरह सक्रिय है। जालंधर देहात पुलिस और पंजाब इंटैलीजैंस विंग के ज्वाइंट ऑप्रेशन में पकड़ा गया दिलप्रीत बाबा रिंदा का जिगरी यार है। इन दोनों ने कई वारदातों को साथ में अंजाम दिया है। होशियारपुर के सरपंच पर गोलियां चलाकर मारने के आरोप में पुलिस ने रिंदा और दिलप्रीत दोनों को नामजद किया था।