Edited By Des raj,Updated: 26 Jul, 2018 12:00 AM
गांव बिंजोकी कलां के सरकारी प्राइमरी स्कूल में आज सुबह ही स्कूल में आए छात्रों की तबीयत उस समय बिगड़ गई जब वे स्कूल के तालाब के साथ लगते कमरे में बैठे थे। स्कूल इंचार्ज अनवरी बानो ने बताया कि स्कूल के आधा दर्जन छात्रों की हालत उल्टियां व बेहोशी...
संदौड़/मालेरकोटला (रिखी,जहूर): गांव बिंजोकी कलां के सरकारी प्राइमरी स्कूल में आज सुबह ही स्कूल में आए छात्रों की तबीयत उस समय बिगड़ गई जब वे स्कूल के तालाब के साथ लगते कमरे में बैठे थे। स्कूल इंचार्ज अनवरी बानो ने बताया कि स्कूल के आधा दर्जन छात्रों की हालत उल्टियां व बेहोशी दौरान इतनी गंभीर हो गई कि उनको मैडीकल सहायता के लिए सरकारी अस्पताल मालेरकोटला एमरजैंसी में दाखिल करवाना पड़ा। स्कूल इंचार्ज के अनुसार यह हादसा स्कूल की दीवार के बिल्कुल साथ लगते तालाब के कारण हुआ है जहां से प्रतिदिन बदबू आती रहती है। आज तो बदबू इतनी थी कि कुछ अध्यापकों को भी उल्टियां आनी शुरू हो गई। स्कूल के तीसरी और चौथी कक्षा के बच्चे बेहोश भी हो गए और कुछ को उल्टियां भी आई।
उन्होंने बताया कि जो विद्यार्थी बीमार हुए हैं उनके कमरों की खिड़कियां तालाब की तरफ खुलती हैं और इस तालाब में लोग मुर्दा कुत्ते, मुर्गे व अन्य जानवर और अतिरिक्त सामान फैंक जाते हैं। अक्सर वे अपने साधनों के साथ इसकी सफाई करवाने के लिए मजबूर हैं। वर्णनीय है कि गांव ङ्क्षबजोकी कलां और खुर्द आपस में इतने नजदीक हैं कि एक गांव का तालाब और दूसरे के स्कूल की दीवार सांझी है परन्तु इस बड़ी समस्या से बच्चों की जिंदगी के सवाल को जहां भाईचारक सांझ के साथ निपटाना बनता था, वहीं हो रही देरी और करीब 137 बच्चों व 6 अध्यापकों की जान जोखिम में डालना नेताओं के लिए सवाल खड़े करता है।
तालाब का पानी स्कूल में हो जाता है दाखिल
स्कूल इंचार्ज ने बताया कि अक्सर बारिश के मौके इस तालाब का पानी स्कूल में दाखिल हो जाता है जिससे गंदगी और बदबू जहां स्कूल की पढ़ाई का सारा माहौल खराब करती है वही बीमारियों का अंदेशा बना रहता है।
कई बार स्कूल में आ चुके हैं सांप
स्कूल इंचार्ज के अनुसार गत दिनों जब तालाब का पानी स्कूल में दाखिल हुआ तो उसके साथ ही सांप भी स्कूल में दाखिल हो गया जिससे कोई भी असुखद घटना घट सकती थी। उन्होंने बताया कि ऐसा कई बार हुआ है क्योंकि तालाब की कोई सफाई नही है।
क्या कहते हैं तहसीलदार मालेरकोटला
इस संबंधी जब तहसीलदार मालेरकोटला बादलदीन के साथ बात की तो उन्होंने कहा कि वह मामले की जानकारी ले रहे हैं और बनती कार्रवाई के लिए बी.डी.पी.ई.ओ. को कहते हैं।