Edited By Punjab Kesari,Updated: 15 Nov, 2017 02:25 PM
शहर में लड़कों के सरकारी स्कूल में फंडों के कथित तौर पर हुए दुरुपयोग को लेकर कोहराम मच गया है और अंदर ही अंदर सुलगती इस चिंगारी ने अब आग का रूप लेना शुरू कर दिया है जिसे रोकने के लिए पूरी ताकत झोंकी जा रही है।
फिरोजपुर (आनंद): शहर में लड़कों के सरकारी स्कूल में फंडों के कथित तौर पर हुए दुरुपयोग को लेकर कोहराम मच गया है और अंदर ही अंदर सुलगती इस चिंगारी ने अब आग का रूप लेना शुरू कर दिया है जिसे रोकने के लिए पूरी ताकत झोंकी जा रही है।
स्कूल से रिटायर हुए लैक्चरार तथा शिकायतकत्र्ता बलबीर सिंह ने डी.जी.एस.ई. चंडीगढ़, डी.पी.आई. चंडीगढ़, मंडल शिक्षा अधिकारी बङ्क्षठडा, जिला शिक्षा अधिकारी फिरोजपुर को भेजी गई शिकायत का हवाला देते हुए बताया कि सरकारी स्कूलों में ज्यादातर बच्चे मेहनतकश, मजदूर वर्ग तथा गरीब किसानों और गरीब परिवारों के दाखिला लेते हैं लेकिन उनका आर्थिक तौर पर शोषण किया जा रहा है।
बलबीर सिंह बताते हैं कि स्कूल में पहले तो तिमाही परीक्षा तथा प्री-बोर्ड परीक्षा से पहले 100 रुपए से लेकर 150 रुपए इकट्ठे किए गए और साथ ही 11वीं तथा 12वीं के बच्चों से सैशन 2017 के दौरान नए दाखिले के समय 300 रुपए फीस से ज्यादा लिए गए, साथ ही इस सैशन के बच्चों की वर्दी भी बदल दी गई। उन्होंने आरोप लगाते हुए बताया कि इसका खमियाजा बच्चों तथा स्कूल को उठाना पड़ा और नियमों को ताक पर रखते हुए पिछले एक साल में ही लगातार 6 लाख रुपए खर्च किए जाने के साथ-साथ स्कूल में निर्माण कार्य नियमों को अनदेखा कर किया जा रहा है। स्कूल के पिं्रसीपल चाहते तो ऐसा करने से रोका जा सकता था।