Edited By Vaneet,Updated: 24 Dec, 2018 07:20 PM
दमदमी टकसाल के प्रमुख संत ज्ञानी हरनाम सिंह खालसा ने सोमवाार को कहा कि हाल ही में नवंबर 1984 के सिख हत्याकांड सम्बन्धित सामने आए सबूत से इस बात की कोई गुंजाइश नहीं रही कि पूर्व प्रधानमंत्री दिवंगत राजीव गांधी इस हत्याकांड के लिए जिम्मेदार हैं। ...
चौक/अमृतसर: दमदमी टकसाल के प्रमुख संत ज्ञानी हरनाम सिंह खालसा ने सोमवाार को कहा कि हाल ही में नवंबर 1984 के सिख हत्याकांड सम्बन्धित सामने आए सबूत से इस बात की कोई गुंजाइश नहीं रही कि पूर्व प्रधानमंत्री दिवंगत राजीव गांधी इस हत्याकांड के लिए जिम्मेदार हैं।
खालसा ने कहा कि सबूतों के आधार पर श्री गांधी ‘भारत रत्न’ जैसे सम्मान के हकदार नहीं हैं, लिहाजा उन्हें दिया गया सम्मान वापस लिया जाना चाहिए। उन्होंने दिल्ली सरकार की ओर से राजीव गांधी के विरुद्ध प्रस्ताव पास करने से पलटी मारने की भी सख्त अलोचना की। दमदमी टकसाल के मुख्यालय गुरुद्वारा गुरदर्शन प्रकाश मेहता में खालसा ने कहा कि कत्लेआम संबंधी दिल्ली उच्च न्यायालय की ओर से कांग्रेस नेता सज्जन कुमार को उम्र कैद और एक अन्य केस में 88 दोषियों की सजाएं बरकरार रखने के अहम फैसलों के साथ यह साबित हो चुका है उक्त घटना दंगे न हो कर सिखों की नसलकुशी के लिए एकतरफा हत्याकांड था।
दमदमी टकसाल के प्रमुख ने चंडीगढ़ से प्रकाशित पंजाबी दैनिक समाचार पत्र की ओर से दमदमी टकसाल के हवाले के साथ मोर्चा लगाने संबंधी छपी खबर के प्रति अज्ञानता प्रकट करते हुए कहा कि उनका अभी किसी मोर्चे का नेतृत्व करने का कोई विचार नहीं है। उन्होंने जेलों में बंद सिख राजनैतिक कैदियों की तुरंत रिहाई, देश भर के किसानों की कर्जमाफी, पंजाब की नदियों के पानी का हक हासिल करने और श्री गुरु ग्रंथ साहब जी के पवित्र सरूपों की बेअदबी करने वालों विरुद्ध एकजुट होने का आह्वान किया है।