Edited By Vatika,Updated: 08 Dec, 2020 09:43 AM
पांच बार मुख्यमंत्री रहे प्रकाश सिंह बादल ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी उदारता दिखाएं और तीनों विवादास्पद किसान कानूनों को तुरंत रद्द करें। उन्होंने कहा कि पहले से दिए गए घावों के निशानों को ठीक होने में लंबा समय लगेगा
चंडीगढ़ (अश्वनी): पांच बार मुख्यमंत्री रहे प्रकाश सिंह बादल ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी उदारता दिखाएं और तीनों विवादास्पद किसान कानूनों को तुरंत रद्द करें। उन्होंने कहा कि पहले से दिए गए घावों के निशानों को ठीक होने में लंबा समय लगेगा। बादल ने कहा कि किसान संकट ऐसा पहला मौका नहीं है, जब देश के निर्माण के लिए सबको साथ लेकर चलने की पहुंच से पार की गई हो या छोड़ दी गई हो।
सरकार को व्यापक विचार-विमर्श तथा आम सहमति पर आधारित पहुंच पर चलने की आवश्यकता है। पिछले समय के दौरान विभाजनकारी तथा अस्थिरता पैदा करने वाले पलों में हमारी विफलता से छोड़े गए निशान को ठीक होने में लंबा समय लगेगा। बादल ने प्रधानमंत्री को ध्यान इस बात की तरफ दिलाया कि कैसे टकराव की राजनीति के कारण हमारे सामाजिक ताने-बाने को खंडित कर दिया है। उन्होंने कहा कि सलाह-मशविरा तथा सहमति तथा सुलह ही किसी लोकतंत्र का आधार होते हैं।
सलाह मशविरे की प्रक्रिया के साथ ही आम सहमति हो सकती है तथा आम सहमति के साथ ही ऐसे टकराव से बचा जा सकता है जो सरकार तथा किसानों के बीच देखा है। आज शाम प्रधानमंत्री को लिखे चार पन्नों के पत्र में बादल ने कहा कि ‘जिन तीन कानूनों ने देश को गहरी
उथल पुथल में धकेल दिया है तथा इन कानूनों से किसानों को ठंड में अन्य तकलीफें झेलने देने के बगैर ही वापस लिए जाने चाहिए। उन्होंने कहा कि यह मुददा सिर्फ किसानों का नही बल्कि इसका हमारे देश के समुचे आर्थिक स्वरूप पर भी असर पड़ा है, क्योंकि व्यापारी, दुकानदार,आढ़तिए और श्रमिक भी इससे सीधे तौर पर प्रभावित हुए हैं।