Edited By swetha,Updated: 10 Apr, 2020 10:06 AM
एंबुलैंस के इंतजार में अशोक चक्र विजेता पूर्व कैप्टन की मौत हो गई।
कपूरथलाः एंबुलैंस के इंतजार में अशोक चक्र विजेता पूर्व कैप्टन की मौत हो गई। बताया जा रहा है कि शूगर बढ़ने से पूर्व कैप्टन के परिजनों ने 108 नंबर पर फोन किया,पर काउफी देर तक एंबुलैंस नहीं पहुंची। फिर कंट्रोल रुम 100 नंबर पर फोन किया गया। करीब डेढ़ घंटे बाद 108 एंबुलैंस उनके घर पहुंची, लेकिन तब तक पूर्व कैप्टन की जान जा चुकी थी। इस कैप्टन के पूर्व राष्ट्रपति डॉ. राधाकृष्ण द्वारा अशोक चक्र से भी सम्मानित किया जा चुका है। अगर समय पर एंबुलेंस पहुंच जाती तो उनकी जान बच सकती थी।
स्थानीय जालंधर रोड पर स्थित धालीवाल चौक निवासी लगभग 80 वर्षीय नेवी के पूर्व कैप्टन जसवंत सिंह बावा के भतीजे हरमिंदर सिंह बावा ने बताया कि चाचा की अचानक मंगलवार की देर रात तबियत खराब हो गई। घर में कोई भी साधन न होने कारण तथा कोरोना को लेकर लगे कर्फ्यू के कारण उनके इलाके को सील किया हुआ था। इसलिए 108 एबुलेंस को उनके चाचा को ले जाने के लिए सिविल अस्पताल में सूचित किया गया, लेकिन बार-बार सूचित किए जाने के बावजूद एंबुलैंस नहीं पहुंची। उन्होंने कंट्रोल रूम पर भी पुलिस को सूचित किया व उनके इलाके में पत्रकारों ने भी 108 एबुलेंस को बार-बार फोन किया, लेकिन डेढ़ घंटे बाद जब एंबुलैंस पहुंची तो तब तक पूर्व कैप्टन की मौत हो गई थी।
उन्होंने बताया कि समय पर मेडिकल सुविधा व उपचार न मिलने की वजह से उनके चाचा की मौत हो गई। उन्होंने कहा कि अगर लोगों को समय पर स्वास्थ्य सुविधाएं नहीं मिलेंगी तो हम लोग कोरोना जैसी महामारी के साथ किस तरह निपट सकेंगे। इस बारे में 108 एबुलेंस के इंचार्ज अमित कुमार के साथ बातचीत की गई तो उन्होंने कहा कि ये मामला उनके ध्यान में आ चुका है। मामले की जांच की जाएगी,जो भी दोषी होगा उस पर कार्रवाई की जाएगी।