Edited By Punjab Kesari,Updated: 11 Jan, 2018 03:56 PM
कर्ज के चलते जहां किसान जिंदगी खत्म कर रहे हैं। वहीं करोड़ों रुपए के चिट फंड और अन्य घपलों में जेल में बंद पर्ल ग्रुप के मैनेजिंग डायरैक्टर का....
रोपड़ा: कर्ज के चलते जहां किसान जिंदगी खत्म कर रहे हैं। वहीं करोड़ों रुपए के चिट फंड और अन्य घपलों में जेल में बंद पर्ल ग्रुप के मैनेजिंग डायरैक्टर का पौने दो लाख रुपए का किसानी कर्ज माफ कर दिया है। प्रदेश सरकार की ओर से आर्थिक तौर पर कमजोर किसानों की सहायता के लिए बनाई गई कर्ज माफी की सूची में पीएसीएल (पर्ल ग्रुप) के एमडी तथा प्रमोटर डायरैक्टर सुखदेव सिंह का नाम शामिल किया है। उसका एक लाख 74 हजार 214 रुपए का कर्ज माफ किया जा रहा है। बता दें कि सुखदेव सिंह सीबीआई की ओर से दर्ज एक मामले में फी समकाय से जेल में बंद है।
दो साल से चारपाई पर पड़े कर्जदार किसान का नाम सूची में नहीं
जानकारी के अनुसार सुखदेव सिंह ने जिले की कोआपरेटिव सोसाइटी झलियां से किसानी कर्ज लिया था। यहां लगी लिस्ट में 26वें नंबर पर सुखदेव सिंह पुत्र रघवीर सिंह का नाम लिखा हुआ है। दो साल से चारपाई पर पड़े कर्जदार किसान का नाम सूची में नहीं आया। कर्जदार तेजिंदर सिंह ने बताया कि बीमारी के कारण वह दो साल से चारपाई पर पड़ा है। उसकी पौनी एकड़ जमीन पर करीब डेढ़ लाख रुपए का कर्ज है। उसका नाम तक सूची में नहीं है।
300 किसानों पर कर्ज, लेकिन कुछ ही किसानों के नाम सूची में
गांव के किसान नाहर सिंह ने बताया कि कोआपरेटिव सोसाइटी के अधिकारी सही काम नहीं कर रहे हैं। गांव में करीब तीन सौ किसानों पर कर्ज है लेकिन कुछ ही किसानों का नाम सूची में है।
मैं तो एक महीना पहले ही आया हूं: बैंक मैनेजर
सोसाइटी में बैंक मैनेजर खुशविंदर सिंह का कहना है कि वह तो एक महीना पहले ही यहां आए हैं। यह सूचियां ऊपर से बनकर आई हैं।
मामले की जांच करवाएंगे: संधू
कोआपरेटिव सोसाइटी के डिप्टी रजिस्ट्रार राजबीर सिंह संधू ने बताया कि उन्हें मालूम नहीं है कि सुखदेव सिंह पर्ल ग्रुप से संबंधित हैं। उन्होंने विभाग के एआर को इस संबंध में जांच करने का निर्देश दिया और एक दो दिन में रिपोर्ट देने को कहा है।