Edited By Vatika,Updated: 17 Oct, 2019 10:18 AM
उसके इलाज के लिए वह सिविल सर्जन तरनतारन तक पहुंची पर कोई मदद नहीं मिली।
तरनतारन(रमन): आज जहां करवा चौथ को लेकर सुहागिनें अपनी पति की लंबी उम्र के लिए व्रत रखेंगी और पूजा-अर्चना करेंगी वहीं गांव ठट्ठी में अपने बीमार पति के इलाज और तंदरुस्ती के लिए रोजाना हरजीत उसे रेहड़ी में डाल करीब 20 किलोमीटर का सफर तय कर अलग ही मिसाल पेश कर रही है। वह पति के इलाज के लिए सिलाई का काम कर पैसों का इंतजाम करती है। वहीं उसे सिविल सर्जन से भी मदद नहीं मिली जिससे प्राइवेट तौर पर इलाज करवाना पड़ रहा है।
हरजीत कौर पत्नी सर्बजीत सिंह (56) ने बताया कि पति 2 साल से बीमार है। उसके शरीर का एक हिस्सा सही काम नहीं कर रहा। उसके इलाज के लिए वह सिविल सर्जन तरनतारन तक पहुंची पर कोई मदद नहीं मिली। वह सिलाई का काम कर पति का इलाज करवाने में दिन-रात मेहनत कर रही है। हरजीत ने बताया कि उसके पास पति को करीब 10 किलोमीटर दूर तरनतारन वाहन से ले जाने के लिए पैसे नहीं हैं जिससे रेहड़ी पर उसे डालकर ले जाती है। रेहड़ी से तरनतारन प्राइवेट डाक्टर तक पहुंचने में करीब 3 घंटे तक लग जाते हैं, आने-जाने में 20 किलोमीटर चलना पड़ता है।
हरजीत का एक बेटा और 2 बेटियां हैं। बेटे पलविंद्र सिंह की बहू राधिका ने उनको घर से निकाल दिया है, दोनों बेटियां भी शादीशुदा हैं। हरजीत ने बताया कि सरबत सेहत बीमा योजना का कोई कार्ड नहीं बनाया जा रहा और न ही कोई सरकारी सुविधा मिल रही है। उसने डी.सी. प्रदीप कुमार सभ्रवाल से पति के इलाज हेतु मदद मांगी है। उधर सिविल सर्जन डा. अनूप कुमार ने बताया कि उनके ध्यान में यह मामला नहीं है। अब उसका इलाज जरूर करवाएंगे।