Edited By Punjab Kesari,Updated: 01 Nov, 2017 08:04 PM
आठ दिन पहले अगवा की गई चार वर्षीय बच्ची कोमल की खोपड़ी और खून के साथ सने कपड़े पटियाला पुलिस ने एन.आई.एस. के एक सुनसान इलाके में से राम सिंह की निशानदेही पर बरामद कर ली गई है। यह इलाका गुरुद्वारा श्री मोती बाग साहब की दीवार के साथ लगता है...
पटियाला(बलजिन्द्र): आठ दिन पहले अगवा की गई चार वर्षीय बच्ची कोमल की खोपड़ी और खून के साथ सने कपड़े पटियाला पुलिस ने एन.आई.एस. के एक सुनसान इलाके में से राम सिंह की निशानदेही पर बरामद कर ली गई है। यह इलाका गुरुद्वारा श्री मोती बाग साहब की दीवार के साथ लगता है और यहां कोई आता जाता नहीं। बच्ची की लाश में केवल सिर की खोपड़ी और अन्य हड्डियां बरामद हुई, जिन को इकट्ठा करके पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया गया है।
जानकारी देते हुए एस.पी. सिटी केसर सिंह धालीवाल ने बताया कि राम सिंह को पटियाला पुलिस बीते कल उत्तर प्रदेश से गिरफ्तार कर लाई थी। जहां पुलिस रिमांड हासिल करके जब पूछताछ की गई तो वह मान गया कि कोमल को उस ने ही अगवा किया था और मार कर एन.आई.एस. के सुनसान इलाके में फैंक दिया। उन्होंने बताया तहसीलदार रणजीत सिंह की हाजरी में बच्ची का कंकाल और कपड़े बरामद किए गए। इस मौके एस.पी.डी. हरविंदर सिंह विर्क, एस.पी. सिटी सौरव जिंदल, एस.एच.ओ. कोतवाली राहुल कौशल, एस.एस.ओ. सिवल लाईन जे.एस. रंधावा और सी.आई.ए.इंचार्ज दलजीत सिंह विर्क और अफसर कालोनी के इंचार्ज ए.एस.आई गुरपिंदर सिंह भी उपस्थित थे।
पिता द्वारा की मारपीट का लिया बदला
एस.पी. सिटी केसर सिंह धालीवाल ने बताया कि लड़की का पिता जगराम सिंह और कथित दोषी राम सिंह पड़ोस में रहते थे और अक्सर दोनों इकठ्ठा दारू पीते थे। कई बार दोनों का झगड़ा हुआ और एक बार जगराम सिंह ने राम सिंह को पीटा भी। इस का बदला लेने के लिए 24 अक्तूबर को जब जगराम सिंह के घर कोई प्रोग्राम था और उस के बाद बच्ची को अगवा कर लिया। जब वह अगवा करके बच्ची को लेजा रहा था तो एक व्यक्ति ने उसे देख लिया और इससे पहले किसी को पता न लगे, इस के लिए उस ने कोमल के सिर में भारी चीज के साथ हमला करके उसे मार दिया और लाश को एन.आई.एस. के सुनसान इलाकों में सूखे वृक्षों के बीच फेंक कर वापिस घर आ गया। पहले दिन यह व्यक्ति पुलिस के साथ ही घूमता रहा और अगले दिन गायब हो गया।
एस.पी. सीटी ने बताया कि पहले बच्ची के पिता से पूछताछ की और दूसरे दिन गायब व्यक्ति पर नजर दौड़ाई तो राम सिंह गायब था। जिसे लाने के लिए एस.पी. सिटी-1 सौरव जिंदल के नेतृत्व में जांच के लिए बनाई गई टीम उत्तर प्रदेश भेजी। टीम ने गौंडा से राम सिंह को गिरफ्तार कर लिया और आज राम सिंह की निशानदेही पर बच्ची की लाश की सर्च शुरू की तो वहां बच्ची के खून के साथ लथपथ कपड़े और बच्ची की खोपड़ी मिली।
मेरी बच्ची के कातिल को फांसी पर लटकाओ
कोमल की माता रामा देवी और पिता जगराम सिंह को पुलिस ने पहले कुछ नहीं बताया और चुप-चाप लाश वाली जगह पर ले गए और वहां बच्ची के जब कपड़ों की शिनाख्त करवाई तो मां रामा देवी फूट-फूट कर रो पड़ी। रामा देवी ने हाथ जोड़ कर पुलिस आधिकारियों को कहा कि उस की बच्ची के कातिल को फांसी पर लटकाया जाए। मां रामा देवी ने ही गिरफ्तार राम सिंह को दरिंदा कह कर संबोधन किया। पिता जगराम सिंह ने कहा कि इस जालिम को इस के किए की सजा मिलनी चाहिए।
24 अक्तूबर को हुई थी बच्ची अगवा
चार वर्षीय कोमल को 24 अक्तूबर को मुख्यमंत्री कैप्टन अमरेंद्र सिंह की रिहाइश न्यू मोती महल के पीछे स्थित कालोनी श्री गुरु तेग बहादुर साहिब में से कोमल घर के पास से ही अगवा हुई थी। अगवा से आठ दिनों बाद लाश की खोपड़ी और कुछ हड्डियां ही मिलीं हैं।