Edited By Sunita sarangal,Updated: 26 Apr, 2020 08:26 AM
एक ओर जहां पूरी दुनिया कोरोना वायरस से जूझ रही है, जिसके चलते सभी कारोबार और व्यापार ठप्प पड़े हैं। वहीं अब कुदरत भी इंसान की दुश्मन बन गई है।
खरड़(गगनदीप): एक ओर जहां पूरी दुनिया कोरोना वायरस से जूझ रही है, जिसके चलते सभी कारोबार और व्यापार ठप्प पड़े हैं। वहीं अब कुदरत भी इंसान की दुश्मन बन गई है। बदलते मौसम के साथ चली तेज हवा और बेमौसमी बरसात के कारण अन्नदाता किसान के चेहरे मुरझा गए हैं। कटाई के दिनों में तेज बरसात के साथ चली हवा ने गेहूं की पकी हुई फसल को काफी नुकसान पहुंचाया है। जिससे किसानों के चेहरे मुरझा गए हैं।
इस संबंधी जानकारी देते हुए किसान अमरजीत सिंह ने बताया कि इस बेमौसमी बरसात और तेज हवा के कारण गेहूं की फसल बिछ गई है। जिस कारण गेहूं के झाड़ में काफी फर्क आ सकता है और बिछी हुई गेहूं को काटने के लिए लेबर और कम्बाइन का खर्चा भी बढ़ जाता है।