Edited By Anjna,Updated: 27 Apr, 2018 11:33 AM
पंजाब सरकार द्वारा 1 अप्रैल से पंजाब की मंडियों में गेहूं के मुकम्मल खरीद प्रबंधों के किए जा रहे दावे की उस समय हवा निकल गई, जब मंडियों में पहले किसानों को बारदाने की कमी तथा अब आढ़तियों व मजदूरों को लिफ्टिंग न होने कारण मंडियों में रुलने को मजबूर...
बधनी कलां (मनोज): पंजाब सरकार द्वारा 1 अप्रैल से पंजाब की मंडियों में गेहूं के मुकम्मल खरीद प्रबंधों के किए जा रहे दावे की उस समय हवा निकल गई, जब मंडियों में पहले किसानों को बारदाने की कमी तथा अब आढ़तियों व मजदूरों को लिफ्टिंग न होने कारण मंडियों में रुलने को मजबूर होना पड़ रहा है। पंजाब में कैप्टन अमरेंद्र सिंह के पहले शासन में सारे सीजन दौरान मंडियों में बढिय़ा प्रबंध रहे थे तथा बाद में बनी बादल सरकार दौरान कोई समस्या भी आती तो किसान कैप्टन सरकार को याद करते, लेकिन अब सब कुछ उलट चल रहा है और लोग बादल को याद करने लगे हैं।
मुख्य दाना मंडी में हुई 35 प्रतिशत लिफ्टिंग
प्राप्त जानकारी के अनुसार मुख्य दाना मंडी बधनी कलां में अब तक कुल खरीद में सिर्फ 35 प्रतिशत माल की लिफ्टिंग हो सकी है। इस मंडी में पंजाब सरकार की 3 खरीद एजैंसियों पंजाब स्टेट वेयरहाऊस, पंजाब एग्रो व पनसप द्वारा गेहूं की खरीद की जा रही है। इन एजैंसियों द्वारा अब तक कुल 16,700 टन गेहूं की खरीद की जा चुकी है। वेयरहाऊस द्वारा 400, पंजाब एग्रो द्वारा 7100, पनसप द्वारा 560 टन गेहूं की खरीद की गई है, जबकि कुल 5960 टन माल लिफ्टिंग हुआ है। मार्कीट कमेटी बधनी कलां के तहत आते खरीद केन्द्र रनियां मंडी, बुट्टर, दौधर व लोपो, रामा मंडी, बिलासपुर, राऊंके, मीनियां व माछीके मंडी सभी में लिफ्टिंग की समस्या बनी हुई है।
लिफ्टिंग के सुस्त कार्य में लाई जाए तेजी : आढ़ती
आढ़ती एसो. बधनी कलां के अध्यक्ष राम निवास, सदस्य जय चंद, हरमंदर सिंह रामा, हरप्रकाश मंगला, शाम सुंदर मित्तल, विशाल मित्तल, पुरुषोत्तम दास भल्ला तथा मंडी में बैठे मजदूरों ने पंजाब सरकार से मांग की कि ढीली व सुस्त लिफ्टिंग के कार्य में तुरंत तेजी लाई जाए ताकि आढ़तियों, मजदूरों व किसानों को आ रही समस्या दूर हो सके।