Edited By swetha,Updated: 05 Dec, 2018 12:44 PM
फगवाड़ा में हजारों गन्ना उत्पादक किसानों का पंजाब सरकार की नीतियों के विरुद्ध दिल्ली-जालंधर हाईवे प्रर्दशन दूसरे दिन भी जारी है। पंजाब के विभिन्न हिस्सों से पहुंचे आंदोलनकारी किसानों ने प्रदेश के विभिन्न हिस्सों में पूरी तरह से बंद पड़ी निजी शूगर...
फगवाड़ा(जलोटा):फगवाड़ा में हजारों गन्ना उत्पादक किसानों का पंजाब सरकार की नीतियों के विरुद्ध दिल्ली-जालंधर हाईवे प्रर्दशन दूसरे दिन भी जारी है।
पंजाब के विभिन्न हिस्सों से पहुंचे आंदोलनकारी किसानों ने प्रदेश के विभिन्न हिस्सों में पूरी तरह से बंद पड़ी निजी शूगर मिलों पर अपनी नाराजगी जताते हुए कहा कि गन्ने के भरे सीजन में यदि यह दौर ऐसे ही चलता है तो प्रांत के हजारों किसान बर्बाद हो जाएंगे। इसकी पूरी जिम्मेदारी पंजाब सरकार की होगी।
गत दिवस फगवाड़ा में उस समय हालात तनावग्रस्त हो गए थे जब देखते ही देखते हजारों की संख्या में स्थानीय वाहद-संधर शूगर मिल के बाहर एकत्रित हुए किसानों ने रोष धरना लगा स्थानीय शूगर मिल को जल्द शुरू करने की मांग करनी शुरू कर दी। किसान नेताओं ने कहा कि पंजाब सरकार प्रदेश की सभी निजी मिलों को बकाया धनराशि जल्द रिलीज करे, जिससे उक्त सभी मिलें शुरू हो सकें और किसानों की गन्ने की फसल की सुनियोजित ढंग से बिक्री शुरू हो पाए।
वहीं धरने के कारण नैशनल हाईवे नंबर-1 से लेकर स्थानीय सर्विस सड़कों पर चारों तरफ ट्रैफिक जाम की स्थिति बनी हुई है। वहीं धरने में शामिल होने या रहे किसानों के काफिलों को पुलिस द्वारा रोके जाने से उनमें रोष पनप गया है। उन्होंने एस.एस.पी. कपूरथला से किसानों के काफिल को तुरंत बिना रोके धरने के शामिल होने के लिए आने देने की मांग की है।
चंडीगढ़ में चल रही है पंजाब सरकार की बैठक
वहीं इस संबंध में जब कपूरथला के डिप्टी कमिश्नर मोहम्मद तैयब से बातचीत की गई तो उन्होंने कहा कि किसानों के धरने के चलते सुरक्षा के मद्देनजर धरनास्थल के पास भारी संख्या में पुलिस बल तैनात है। उन्होंने किसानों की मांगों को लेकर पंजाब सरकार के सीनियर अधिकारियों को अवगत करवा दिया।
किसानों की मांगों को लेकर पंजाब सरकार की चंडीगढ़ में बैठक भी हो रही है। उन्हें उम्मीद है कि किसानों की मांगें मानकर जल्द मसला सुलझा लिया जाएगा। जब उनसे ट्रैफिक समस्या के बारे में पूछा गया तो उन्होंने कहा कि उन्हें इस बारे में पता है। पर वह कुछ नहीं कर सकते। यात्रियों की सुविधा के मद्देनजर कुछ रूट डवयर्ट किए गए हैं।