Edited By Punjab Kesari,Updated: 11 Oct, 2017 12:53 PM
कपास की फसल का मूल्य कम मिलने से भड़के कपास पट्टी के सैंकड़ों किसानों ने भाकियू एकता (सिद्धूपुर) के नेतृत्व में सी.सी.आई. (कॉटन
भटिंडा (परमिंद्र): कपास की फसल का मूल्य कम मिलने से भड़के कपास पट्टी के सैंकड़ों किसानों ने भाकियू एकता (सिद्धूपुर) के नेतृत्व में सी.सी.आई. (कॉटन कार्पोरेशन ऑफ इंडिया) के कार्यालय का घेराव करके गुस्सा निकाला। इससे पहले किसानों ने शहर में रोष मार्च किया व केंद्र तथा राज्य सरकारों की नीतियों के खिलाफ जमकर नारेबाजी की।
इस अवसर पर यूनियन के प्रांतीय अध्यक्ष जगजीत सिंह डल्लेवाल, जिलाध्यक्ष बलदेव सिंह संदोहा, महासचिव बोघ सिंह मानसा, काका सिंह कोटड़ा, रेशम सिंह यात्री व अन्य किसान नेताओं ने कहा कि सरकारों के बाद अब अदालतें भी किसानी मुद्दों को गंभीरता से नहीं ले रहीं व यही कारण है कि सुप्रीम कोर्ट ने भी किसानों को फसलों का पूरा मूल्य दिलवाने वाली डा. स्वामीनाथन रिपोर्ट पर सुनवाई से इंकार कर दिया है।
उन्होंने कहा कि खेती लागतें लगातार बढ़ रही हैं लेकिन किसानों को फसलों का मूल्य उनके खर्च के हिसाब से नहीं मिल रहा। यही कारण है कि किसानों की आर्थिक हालत और कमजोर हो रही है व किसान खुदकुशियों का रास्ता अपना रहे हैं। उन्होंने कहा कि कपास का मूल्य डा. स्वामीनाथन रिपोर्ट के अनुसार 12,500 प्रति क्विंटल बनता है जबकि किसानों को मात्र 3-4 हजार रुपए ही मिल रहे हैं।