Edited By Punjab Kesari,Updated: 14 Sep, 2017 10:46 AM
विभिन्न किसानी मसलों को लेकर ओवरब्रिज पर चक्का जाम करने के लिए जा रहे किसानों को पुलिस ने हाजीरतन चौक में ही रोक लिया जिस कारण किसानों ने वहीं पर धरना देकर चक्का जाम कर दिया।
भटिंडा(परमिंद्र): विभिन्न किसानी मसलों को लेकर ओवरब्रिज पर चक्का जाम करने के लिए जा रहे किसानों को पुलिस ने हाजीरतन चौक में ही रोक लिया जिस कारण किसानों ने वहीं पर धरना देकर चक्का जाम कर दिया। किसानों ने भाकियू एकता (उगराहां) के नेतृत्व में सड़कों कि दोनों ओर धरने लगा दिए व जिला पुलिस प्रशासन तथा सरकार के खिलाफ जोरदार नारेबाजी की।
इस दौरान यातायात पूरी तरह अवरुद्ध हो गया व लोगों को भारी मुश्किलों का सामना करना पड़ा। यातायात व्यवस्था बिगड़ती देख पुलिस ने ट्रैफिक को अन्य रास्तों की ओर डायवर्ट किया। इस अवसर पर यूनियन के जिला अध्यक्ष शिंगारा सिंह मान व महिला विंग अध्यक्ष हरिंद्र कौर ङ्क्षबदू ने कहा कि प्रशासन के पास किसानों के कुछ मसलों के समाधान के लिए गुहार लगाई गई लेकिन प्रशासन ने इसे गंभीरता से नहीं लिया। इस कारण उन्हें चक्का जाम करने को मजबूर होना पड़ा।
किसान नेताओं ने कहा कि गत 10 मई को पटवारी से दुखी होकर लहरा बेगा के किसान जसवंत सिंह ने खुदकुशी कर ली थी। उक्त किसान की कुछ जमीन एक्वायर की गई थी जिसका मुआवजा 34 लाख रुपए बनता था जो पटवारी ने डकार लिया लेकिन उक्त किसान को इस कदर परेशान किया गया कि उसने खुदकुशी कर ली।