Edited By Tania pathak,Updated: 12 Jul, 2021 06:57 PM
एक तरफ पंजाब विधानसभा के चुनाव नजदीक आ रहे हैं और दूसरी तरफ केंद्र सरकार द्वारा पास किए गए किसान विरोधी खेती कानूनों को लेकर पंजाब भर के किसानों में केंद्र सरकार के प्रति रोष बढ़ता चला जा रहा है...
फिरोजपुर (कुमार): एक तरफ पंजाब विधानसभा के चुनाव नजदीक आ रहे हैं और दूसरी तरफ केंद्र सरकार द्वारा पास किए गए किसान विरोधी खेती कानूनों को लेकर पंजाब भर के किसानों में केंद्र सरकार के प्रति रोष बढ़ता चला जा रहा है।
जैसे जैसे समय गुजर रहा है किसान संगठन सभी सियासी पार्टियों के तेवर देख रहे हैं और उन्हें समझ आ रहा है कि उनकी मदद से ज्यादा पार्टियां और नेता लोग, किसानों से हमदर्दी जताकर वोटों का लाभ लेना चाहते है।
ऐसे में किसान संगठनों ने ज़िला फ़िरोज़पुर के कई गांवों में फ्लेक्स बोर्ड लगाकर लगा दिए हैं जिन पर लिखा गया है कि जो किसानों के साथ रहेगा, वही गांव में प्रवेश कर सकेगा।
कुछ जगह पर किसान संगठनों ने सियासी पार्टियों को खुलेआम चेतावनी देते हुए कहा है कि जब तक केंद्र सरकार द्वारा बनाए गए किसान विरोधी कानून रद्द नहीं हो जाते तब तक किसी भी सियासी पार्टी या लीडर का इस गांव में प्रवेश करना मना है और कुछ गांवों में संयुक्त किसान मोर्चा द्वारा सभी सियासी पार्टियों के लीडरों को यह अपील की गई है कि जब तक केंद्र सरकार द्वारा बनाए गए किसान विरोधी कानून रद्द नहीं हो जाते उतनी देर तक कोई भी लीडर हमारे गांव में ना आए। अगर कोई लीडर गांव में आएगा तो उसका विरोध किया जाएगा।