Edited By Punjab Kesari,Updated: 11 Mar, 2018 09:54 AM
फरीदकोट में हुई पोल-खोल रैली दौरान सुखबीर बादल ने कैप्टन को खुला चैलेंज किया है। जानकारी के अनुसार सुखबीर बादल ने कहा कि कांग्रेसी हमसे भी ज्यादा झूठ बोलने वाले हैं। बादल ने कांग्रेस पर निशाना साधते हुए कहा कि कैप्टन सरकार में कमी हैं उन्हें सरकार...
कोटकपूरा (नरिन्द्र, भावित): शिरोमणि अकाली दल के प्रधान सुखबीर सिंह बादल द्वारा मुख्यमंत्री कैप्टन अमरेंद्र सिंह के नेतृत्व वाली कांग्रेस सरकार के खिलाफ शुरू की पोल-खोल रैलियों के तहत आज पोल खोल रैली पूर्व विधायक मनतार सिंह बराड़ के नेतृत्व में विधानसभा हलका कोटकपूरा की नई दाना मंडी में की गई।
इस दौरान सुखबीर सिंह बादल ने कहा कि महज एक वर्ष में ही पंजाब के लोगों का मौजूदा सरकार से मोह भंग हो गया है व लोग अपने आप को ठगा हुआ महसूस कर रहे हैं। कांग्रेस सरकार ने किए वायदों अनुसार लोगों को सुविधाएं तो क्या देनी थीं उलटा सरकार बनने के तुरंत बाद शगुन स्कीम, बुढ़ापा पैंशन, सेवा केन्द्र, आटा दाल स्कीम, थर्मल प्लांट, विकास के काम, स्कूल के वजीफे, ग्रांटें, लड़कियों के लिए साइकिल, सस्ते भाव की दवाइयों की दुकानें आदि बंद करके राज्य के लोगों को मिल रहीं सुविधाएं छीन ली हैं। कैप्टन अमरेंद्र सिंह ने मुख्यमंत्री बनने से पहले हाथ में गुटका साहिब पकड़कर शपथ ग्रहण की थी कि सरकार बनने पर नशे का खात्मा करेंगे व नशे के तस्करों को जेलों में बंद कर दिया जाएगा जबकि अभी तक एक भी तस्कर को गिरफ्तार नहीं किया गया व नशे का रुझान भी जैसे का तैसा है। अपनी असफलता को छिपाने के लिए मौजूदा सरकार द्वारा खजाना खाली होने का रोना रोया जा रहा है।
उन्होंने कहा कि पंजाब की बागडोर उन्हें दे दी जाए तो वह दो महीनों अंदर खजाना भरकर दिखाएंगे। सरकारी खजाने को भरने के लिए रजिस्ट्रियां लगातार हो रही हैं व शराब की बिक्री से भारी रैवेन्यू इकट्ठा होने के अलावा टैक्स बढ़ाए गए हैं फिर भी खजाना खाली होने की बातें की जा रही हैं। उन्होंने पंजाब के लोगों से अनुरोध किया कि 20 मार्च को चंडीगढ़ में किए जा रहे पंजाब विधानसभा के घेराव में पहुंचें ताकि पंजाब सरकार को लोगों के साथ किए वायदे पूरे करने के लिए मजबूर किया जा सके। इस विशाल रैली को पूर्व कैबिनेट मंत्री बिक्रमजीत सिंह मजीठिया, बीबी जागीर कौर, सिकंदर सिंह मलूका, पंजाब भाजपा के पूर्व प्रधान कमल शर्मा, पूर्व विधायक मनतार सिंह बराड़, परमबंस सिंह बंटी रोमाना, सूबा सिंह बादल, अमरजीत कौर पंजग्राईं, मक्खन बराड़ मल्लके, चेयरमैन कुलतार सिंह बराड़ ने भी संबोधित करते हुए पंजाब सरकार की नीतियों की सख्त आलोचना की।