Edited By Punjab Kesari,Updated: 03 Jan, 2018 11:36 AM
गुरु नानक देव थर्मल प्लांट को बंद करने के विरोध में डिप्टी कमिश्नर कार्यालय के समक्ष पक्का मोर्चा लगाकर बैठे थर्मल मुलाजिमों का गुस्सा कड़ाके की सर्दी में और बढ़ता जा रहा है।
बठिंडा (परमिंद्र): गुरु नानक देव थर्मल प्लांट को बंद करने के विरोध में डिप्टी कमिश्नर कार्यालय के समक्ष पक्का मोर्चा लगाकर बैठे थर्मल मुलाजिमों का गुस्सा कड़ाके की सर्दी में और बढ़ता जा रहा है। बड़ी संख्या में मुलाजिमों व उनके परिवारों ने सहयोगी संगठनों की मदद से शहर में रोष मार्च निकाला तथा फौजी चौक के नजदीक चक्का जाम करके भड़ास निकाली। इस रोष प्रदर्शन में मुलाजिमों के बच्चों ने भी जोश के साथ हिस्सा लिया। इतना ही नहीं रात को जागो निकाल भी रोष जताया।
गौरतलब है कि मुलाजिमों द्वारा लंबी लड़ाई लडऩे के लिए कई दिनों तक राशन व फंड्स एकत्र किए गए थे जिनमें भारतीय किसान यूनियन व अन्य संगठनों ने उनका सहयोग किया था। नेताओं का कहना है कि जब तक उनकी मांगों पर गौर नहीं किया जाता तब तक इस पक्के मोर्चे को जारी रखा जाएगा। इस अवसर पर संगठन के कन्वीनर राजिंद्र सिंह ढिल्लों ने बताया कि वर्कर पक्के मोर्चे के पूरे प्रबंध करने के बाद ही मैदान में उतरे हैं व सरकार के खिलाफ इस लड़ाई को लंबे समय तक लड़ा जाएगा। सरकार ने चुनाव से पहले थर्मल बंद न करने का वायदा किया था लेकिन अब सरकार वायदाखिलाफी कर रही है।
खुले आसमान तले गुजारी सर्द रात
थर्मल प्लांट को बंद करने के मामले में संघर्षरत मुलाजिमों द्वारा थर्मल्ज कान्ट्रैक्ट वर्कर्स कोआर्डीनेशन कमेटी तथा अन्य सहयोगी संगठनों की मदद से पक्का मोर्चा लगाया गया है जिसके तहत डिप्टी कमिश्नर कार्यालय के बाहर ही मुलाजिमों ने सर्द रात गुजारी। इस दौरान मुलाजिमों के घरों की महिलाएं व बच्चे भी बड़ी संख्या में उपस्थित रहे। सभी के लिए मौके पर ही लंगर की भी व्यवस्था की गई।
चक्का जाम के कारण बिगड़ी ट्रैफिक व्यवस्था
थर्मल मुलाजिमों व सहयोगी संगठनों द्वारा किए गए चक्का जाम व रोष मार्च ने शहर की ट्रैफिक व्यवस्था को बुरी तरह गड़बड़ा दिया। रोष मार्च के कारण जगह-जगह जाम लग गए व लोग लंबा समय जाम में फंसे रहे। फौजी चौक के नजदीक चक्का जाम करने के कारण चारों ओर वाहनों की लंबी लाइनें लग गईं। बेशक ट्रैफिक पुलिस के मुलाजिमों ने मौके पर पहुंचकर यातायात को इधर-उधर डाइवर्ट करने की कोशिश की लेकिन अधिकांश लोगों को काफी समय जाम में ही गुजारना पड़ा।