Edited By Updated: 11 Mar, 2017 12:42 AM
पांच राज्यों में विधानसभा चुनावों को नई तकनीक से शांतमय ढंग से सम्पन्न करवाने के ....
जालंधर(धवन): पांच राज्यों में विधानसभा चुनावों को नई तकनीक से शांतमय ढंग से सम्पन्न करवाने के बाद चुनाव आयोग ने भी राहत की सांस ली है। चुनाव आयोग का मानना है कि मौजूदा विधानसभा चुनाव अब तक के हुए अन्य चुनावों की तुलना में सबसे ज्यादा शांतमय ढंग से सम्पन्न हुए। उत्तर प्रदेश में वोटों के ध्रुवीकरण, पंजाब में नशों के बढ़ते प्रयोग तथा मणिपुर जैसे संवेदनशील राज्यों में शांतमय ढंग से चुनाव सम्पन्न होना काफी बड़ी उपलब्धि माना जा रहा है। पंजाब चुनावों में आतंकवाद का साया भी मंडरा रहा था। चुनावी प्रक्रिया के दौरान मौड़ में हुए बम धमाके को छोड़कर कोई अन्य ङ्क्षहसक घटना नहीं हुई।
स्वतंत्र व निष्पक्ष ढंग से चुनावों को सम्पन्न करवाने के लिए उत्तर प्रदेश में 20 प्रतिशत पोङ्क्षलग बूथों, पंजाब में 45 प्रतिशत तथा गोवा में 100 प्रतिशत पोङ्क्षलग बूथों में चुनाव की लाइव वैब कासिं्टग की गई। मणिपुर के एक मामले में जब चुनाव आयोग के अधिकारी लाइव वैब कास्ट दिल्ली में देख रहे थे, तो उन्होंने एक पोङ्क्षलग बूथ पर संदिग्ध लोगों को घूमते हुए देखा, तुरंत चुनाव आयोग ने दिल्ली से दिशा निर्देश भेजे तथा संबंधित व्यक्तियों को पोङ्क्षलग बूथ से कुछ ही मिनटों में बाहर निकाल दिया गया।
नेपाल के साथ लगते उत्तर प्रदेश के कुछ सीमावर्ती क्षेत्रों में बनाए गए पोङ्क्षलग बूथों से वैब कासिं्टग में मुश्किलें आ रही थी, जिन्हें देखते हुए चुनाव आयोग ने सी.सी.टी.वी. कैमरों, छोटे आब्जर्वरों की तैनाती को यकीनी बनाया। चुनावों के दौरान पंजाब में आई.पी.सी. उल्लंघना से जुड़े 151 मामले सामने आए थे। आम्र्स एक्ट उल्लंघना के 23 मामले तथा ड्रग्स से संबंधित 22 मामले अलग से सामने आए। इसकी तुलना में यू.पी. में चुनावों के दौरान विघ्न डालने वाले संदिग्ध 23000 लोगों को पहले ही पुलिस ने हिरासत में ले लिया था।