Edited By swetha,Updated: 29 Jul, 2018 02:27 PM
पंजाब में ड्रग ओवरडोज का कहर जारी है। यहां आए दिन कोई न कोई मौत के मुंह में जा रहा है। ऐसा ही एक मानसा का 29 वर्षीय युवक यादविंद्र है। दरअसल, यादविन्दर ने चिट्टे का इंजेक्शन लगाया था, जिसके बाद एकदम उसकी हालत बिगड़ गई। बेहोशी की हालत में उसे सरकारी...
मानसाः पंजाब में ड्रग ओवरडोज का कहर जारी है। यहां आए दिन कोई न कोई मौत के मुंह में जा रहा है। ऐसा ही एक मानसा का 29 वर्षीय युवक यादविंद्र है। दरअसल, यादविन्दर ने चिट्टे का इंजेक्शन लगाया था, जिसके बाद एकदम उसकी हालत बिगड़ गई। बेहोशी की हालत में उसे सरकारी अस्पताल लेजाया गया। जहां डाक्टरों ने उसे पटियाला रैफर कर दिया है।
यादविन्दर के दोस्त का आरोप है कि अस्पताल वालों ने सब सुविधाएं होने के बावजूद इलाज से हाथ खींच लिए है। अब वह जिंदगी और मौत के बीच जूझ रहा है। उधर दूसरी तरफ सरकारी अस्पताल के डाक्टर का कहना है कि मरीज की हालत को मद्देनजर रखते हुए ही उसे पटियाला रैफर किया गया है। इस घटना से साफ जाहिर हो रहा है कि यहां एक तरफ सरकार पंजाब से चिट्टा खत्म करने का दावा कर रही है तो वहीं दूसरी तरफ लगातार सामने आ रही ऐसी घटनाओं ने सरकार के सभी दावों की पोल खोलकर रख दी है।