Edited By Punjab Kesari,Updated: 13 Oct, 2017 02:51 PM
इस बार दीपावली के पावन उत्सव पर हिंदुस्तानी पटाखों की धमक के साथ दिवाली का खूब जश्न मनाया जाएगा।
लुधियानाः इस बार दीपावली के पावन उत्सव पर हिंदुस्तानी पटाखों की धमक के साथ दिवाली का खूब जश्न मनाया जाएगा। यह कई सालों के बाद हो रहा है, जब घरेलू पटाखा बाजार से चाइनीज पटाखे एक तरह से आउट हो गए हैं और हिंदुस्तानी पटाखों के साथ दीवाली मनाई जाएगी। दीवाली के इस सीजन में लुधियाना के बाजार में 95 फीसदी से अधिक पटाखे मेड इन इंडिया हैं। भारतीय पटाखा निर्माताओं ने चीन को टक्कर देने के तहत आकर्षक पैकिंग के साथ एक से बढ़कर एक पटाखे बाजार में पेश किए हैं।
वहीं दूसरी ओर कारोबारियों का कहना है कि पटाखा आयात पर सरकारी सख्ती एवं चाइनीज उत्पादों को लेकर लोगों की बदल रही धारणा के कारण ही विदेशी पटाखों से लोगों का मोह भंग हो रहा है। लुधियाना होलसेल फायर क्रैकर्स एसोसिएशन के चेयरमैन अशोक थापर का कहना है कि पिछले साल तक मार्केट में करीब पचास फीसदी पटाखा चाइनीज था। चीन की तर्ज पर सस्ते एवं आकर्षक पटाखों का उत्पादन वाजिब कीमत पर किया जा रहा है।
बताने योग्य यह है कि ध्वनि प्रदूषण को देखते हुए कंपनियों ने पटाखों में ब्लास्टिंग के डैसिबल भी कम किए हैं। इस बार बाजार में सिलेंडर के आकार के पटाखे, कार्टून कैरेक्टर, आई.पी.एल. क्रिकेटर शॉट्स बच्चों को बेहद पसंद आ रहे हैं। वहीं कारोबारी इस बार 28 फीसदी जी.एस.टी. की मार से भी जूझ रहे हैं।