सुखद पहल: गुरदासपुर के 40 गांवों के लोगों ने दहेज लेने-देने पर लगाई रोक

Edited By Vatika,Updated: 30 Jan, 2019 09:15 AM

dowry case

जिला गुरदासपुर के लगभग 40 गांवों ने दहेज के लेन-देन की बढ़ती लानत पर रोक लगाने के लिए एक सुखद पहल करते हुए ऐतिहासिक निर्णय लिया है। इस फैसले में दहेज लेने व देने पर रोक, रिंग सैरेमनी रस्म नहीं होगी क्योंकि यह पंजाबी संस्कृति का हिस्सा नहीं है, विवाह...

गुरदासपुर (विनोद): जिला गुरदासपुर के लगभग 40 गांवों ने दहेज के लेन-देन की बढ़ती लानत पर रोक लगाने के लिए एक सुखद पहल करते हुए ऐतिहासिक निर्णय लिया है। इस फैसले में दहेज लेने व देने पर रोक, रिंग सैरेमनी रस्म नहीं होगी क्योंकि यह पंजाबी संस्कृति का हिस्सा नहीं है, विवाह पर लंगर चलेगा तथा शराब व मीट आदि पर रोक रहेगी, रिबन काटने की रस्म बंद होगी, विवाह में आर्केस्ट्रा या गाने वालों को प्रोग्राम बंद करना होगा, विवाह मे 31 व्यक्ति ही बाराती होंगे। 

दहेज के खिलाफ बनेगी समाज सुधार कमेटी

जानकारी के अनुसार गांवों में बढ़ती दहेज प्रथा के चलते कई लड़कियां प्रताडि़त हो रही हैं। इसी के चलते गांव शाहपुर, अमरगढ़, वडाला बांगर, भंडवा, मुस्तफापुर, नानोहारनी, मस्तकोट, माले गिल, भंडाल औजला, भंगवा, काला गोराया, दूलो नंगल, भोजराज, लुकमानिया, दरगाबाद, ढेसियां, फजलाबाद, रेड मेहरा, अरलीभान, खुशीपुर, मीयां कोट, दलेरपुर, खानोवाल, दादूवाल, छकरी, गिलवाली, सुक्खाराज, विर्क, उगरां खैड़ा, कलानौर, पनवां, हकीमपुर, काजीपुर, बख्तपुर, अलावलपुर, सरजेचक्क, रोसा, पकीवां, लोपा आदि गांवों में बैठक की गई तथा दहेज और फालतू खर्च विरोधी समाज सुधार कमेटी बनाई जा रही है।

हर गांव में 5 सदस्यीय कमेटी का गठन किया जा रहा है। इन कमेटियों के गठन से समाज के हर वर्ग को राहत मिलेगी क्योंकि हर व्यक्ति शादी में दहेज नहीं दे सकता है। यह कमेटियां भी लोगों को दहेज न लेने के लिए जागरूक करेंगी। इसके अतिरिक्त गांव में किसी की मौत पर संस्कार तथा अस्थियां इकट्ठी करने पर दूर के रिश्तेदारों को नहीं बुलाया जाएगा, भोग वाले दिन फालतू खर्च पर रोक रहेगी। 

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