Edited By Punjab Kesari,Updated: 31 May, 2018 09:11 PM
पंजाब में टोल प्लाजा पर यातायात संबंधी कठिनाइयों को देखते हुए और यातायात को सुगम बनाने के लिए लोक निर्माण विभाग अब ड्रोन के जरिए वीडियो निगरानी करवाने की योजना बना रहा है। ....
चंडीगढ़: पंजाब में टोल प्लाजा पर यातायात संबंधी कठिनाइयों को देखते हुए और यातायात को सुगम बनाने के लिए लोक निर्माण विभाग अब ड्रोन के जरिए वीडियो निगरानी करवाने की योजना बना रहा है।
पंजाब के लोक निर्माण मंत्री विजय इंद्र सिंगला ने यहां यह जानकारी देते हुए कहा कि इसके अलावा सभी बड़े टोल प्लाजा पर वाहनों की भीड़-भाड़ को नियंत्रित करने हेतु मैपिंग तकनीक का सहारा भी लिया जाएगा। सिंगला ने यहां जारी एक बयान में कहा कि तकनीकी रूप से किसी भी टोल प्लाजा की सक्षमता का अनुमान वहां पर लगने वाली कतार और प्रतीक्षा करने के समय से लगाया जाता है। कई बार तो वाहनों की संख्या व्यस्ततम समय पर बहुत ही बढ़ जाती है और इसके कारण अच्छी सड़कें होने के बावजूद टोल प्लाजा पर यातायात की गति धीमी हो जाती है।
इसी कारण ड्रोन तकनीक के प्रयोग से वाहनों के यातायात को सुचारू रुप से संचालित करने का प्रयास करने पर विचार किया जा रहा है। इसका मकसद लोगों के कीमती समय की बचत करना और राज मार्गों पर यातायात व्यवस्था को संचालित करना है। टोल प्लाजा पर लंबी कतारोंं और टोल प्लाजा के कर्मचारियों की तरफ से दुव्र्यवहार संबंधी शिकायतों के निवारण हेतु राज्य के टोल प्लाजा ऑपरेटरों और राष्ट्रीय राजमार्ग प्राधिकरण के अधिकारियों के बीच एक विशेष बैठक करवाई गई थी। इसमें हिस्सा लेने वाले टोल प्लाजा ऑपरेटर राष्ट्रीय राजमार्गों पर 15 और राज्य की सड़कों पर 23 टोल प्ला का संचालन करते हैं।
सिंगला ने लंबी कतारों और भीड़-भाड़ के कारण टोल प्लाजा पर लोगों को होती देरी और उनके कीमती समय की बर्बादी पर चिंता व्यक्त करते हुए राज्य भर के टोल प्लाजा ऑपरेटरों को 30 दिन के भीतर अपनी सेवाओं में व्यापक सुधार करने एवं अपने अनुबंध की शर्तों के अनुसार टोल प्लाजा पर समस्त जनहितकारी सुविधाएं प्रदान करने का आदेश दिया, जिनमें समस्त सुविधाओं से लैस एंबुलैंस, रिकवरी वैन, पीने का पानी, रोशनी की व्यवस्था, दिशा सूचक बोर्ड एवं शौचालय की सुविधा शामिल है।