Edited By Mohit,Updated: 18 Jan, 2019 06:34 PM
एक ओर यहा हमारे समाज में लोग दिखावे के लिए करोड़ों रुपए अपने लड़के-लड़की की शादी पर खर्च रहे है, वहीं नवाशहर के गांव भीन के एक लड़का शुक्रवार सुबह बस में अपने 20 साथियों की बरात लेकर अपने सुसराल जगरावां के गांव बानूके पहुंचा।
नवांशहर (मनोरंजन): एक ओर यहा हमारे समाज में लोग दिखावे के लिए करोड़ों रुपए अपने लड़के-लड़की की शादी पर खर्च रहे है, वहीं नवाशहर के गांव भीन के एक लड़का शुक्रवार सुबह बस में अपने 20 साथियों की बरात लेकर अपने सुसराल जगरावां के गांव बानूके पहुंचा। वापसी पर अपनी पत्नी की डोली रोडवेज की बस में लेकर नवाशहर पहुंचा यहां से टैपू दरा दुल्हा व दुल्हन गांव भीन पहुंचे। इस शादी पर दुल्हा व दुल्हन का कहना है कि उन्होने ऐसा कर समाज को सादगी का संदेश दिया है।
ध्यान रहे कि नवाशहर जिले के कुछ नौजवानो ने मिल कर एक रिश्ता इंसानीयत वैलफेयर सोसायटी गठन किया है। गांव भीन का अमरजोत सिंह इस सोसायटी का कैशीयर है। जो पेशे से इलैकेट्रिक इंजीनियर है। उसने फैसला लिया कि वह अपनी शादी बिना फजूल खर्ची सादगी के साथ करेगा। जिस को लेकर उसने कनाडा से आई अपनी पत्नी से बात की। पति की उच्ची सोच को देखते हुए पत्नी ने भी बिना झिजक इस बात को मंजूर कर लिया। शुक्रवार सुबह 6.20 मिंट पर दुल्हा अमरजोत सिंह अपने परिवार व दोस्तों के साथ टैपू से नवाशहर बस स्टैड पर पहुंचा।
यहां से 20 आदमियों की बरात लेकर जगरावा के गांव बानूको गांव के लिए रवाना हुए। शाम को अमरजोत सिंह अपनी दुल्हन को रोडवेज की लारी में लेकर नवाशहर बस स्टैड पहुंचा। यहां से वह फिर टैपू से ढोल नगारों की थाप पर गांव भीन पहुंचे। यहा गाव वासियो ने उनका जोरदार स्वागत किया। इस दौरान दुल्हा अमरजोत सिंह ने बताया कि उनकी सोसायटी के सदस्यो ने इंसानीयत व सादगी को बढ़ावा देने के लिए समाज में काम करने की सोची है। दुल्हन अमन सहोता ने बताया कि वह कनेडा में रहती है। जब उनके पति अमरजोत सिंहने ऐसी शादी की इच्छा जाहिर की तो वह उनकी उच्ची सोच पर बहुत प्रभावित हुई। वह अपने आप को इस परिवार का हिस्सा बनकर बहुत भगायशाली मान रही है।
अमरजोत के पिता सुरिंदरपाल का कहना है कि जिस तरह उनके बेटे ने उच्ची सोच रखते हुए बिना फजूल खर्चकिए शादी की है उसी तरह हर नौजवान को सादगी निभाते हुए अपने सुंदर भविष्य बनाना चाहिए। इस अवसर सोसायटी के प्रधान लखविंदर सिंह ने बताया कि करीब डेढ साल पहले उन्होने अपनी शादी बहुत सादगी के साथ की थी। वह राहों से रिकशा में अपनी दुल्हन को लेकर गांव गढ़ी फतेह खा पहुंचे थे। इसी तरह उनके मामा के लडक़ा हरप्रीत भी अपनी दुल्हन को साईकिल पर बिठा कर घर लाया था। पूरे इलाके में इस सादगी को लेकर चर्चा है।