Edited By Vatika,Updated: 12 Jul, 2021 06:48 PM
पंजाब में छठे वेतन आयोग की सिफारिशों में नॉन प्रैक्टिसिंग अलाउंस में कटौती करने और इसे बेसिक पे से अलग करने
होशियारपुर: पंजाब में छठे वेतन आयोग की सिफारिशों में नॉन प्रैक्टिसिंग अलाउंस में कटौती करने और इसे बेसिक पे से अलग करने के विरोध में आंदोलनरत डॉक्टरों ने आज चेतावनी दी कि प्रदेश सरकार ने अगर उनकी मांगें नहीं मानीं तो 19 अप्रैल से वह अनिश्चितकालीन हड़ताल पर जा सकते हैं।
सरकारी डॉक्टरों की संयुक्त समन्वय समिति के आह्वान पर आज डॉक्टरों ने यहां तीन दिवसीय आंदोलन के तहत सुबह ओपीडी सेवाएं बंद रखीं और सिविल अस्पताल में धरना दिया। धरने की अध्यक्षता पीसीएमएस ऐसोसिएशन महासचिव डॉ. सनम संधु और अध्यक्ष डेंटल पीसीएमएस डॉ. नवनीत कौर ने की। प्रवक्ता डॉ. नेहा पॉल ने इस अवसर पर कहा कि पिछले कई दिनों से डॉक्टर संघर्ष कर रहे हैं लेकिन सरकार उनकी जायज़ मांगों की अनसुनी कर रही है।
उन्होंने कहा कि जनहित को ध्यान में रखते हुए डॉक्टर आपात, कोविड-19 संबंधी मामले, पोस्ट माटर्म व मेडिको लीगल सेवाएं जारी रखे हुए हैं लेकिन यदि सरकार ने अपना अड़यिल रवैया बनाये रखा तो डॉक्टर 19 जुलाई से अनश्चितकालीन हड़ताल पर भी जा सकते हैं। धरने में नर्सिंग स्टाफ व अन्य पारा मेडिकल स्टाफ ने भी हिस्सा लिया।