Edited By Punjab Kesari,Updated: 04 Aug, 2017 03:56 AM
वर्दी का रौब दिखाकर विधायक सुशील रिंकू को धमकाने वाले आई.पी.एस. अधिकारी डी.आई.जी. .....
जालंधर(रविंदर शर्मा): वर्दी का रौब दिखाकर विधायक सुशील रिंकू को धमकाने वाले आई.पी.एस. अधिकारी डी.आई.जी. लुधियाना रेंज युरिंद्र सिंह हेयर के सरकार ने पर कतर दिए हैं। विधायक रिंकू को धमकाना डी.आई.जी. लुधियाना रेंज हेयर को महंगा पड़ा और विधायक रिंकू की शिकायत के बाद सरकार ने वीरवार को युरिंद्र सिंह हेयर को लुधियाना रेंज से हटा दिया।
हेयर को सरकार ने पी.पी.ए. फिल्लौर में असिस्टैंट डायरैक्टर के पद पर भेज दिया है। अकाली सरकार में कई अहम पदों पर रहे युरिंद्र सिंह हेयर को कैप्टन सरकार ने भी डी.आई.जी. लुधियाना रेंज जैसे अहम पद पर बिठाया हुआ था। पूरे मामले के पीछे खेल कुछ भू-माफिया को संरक्षण देने का था। दरअसल जहां पहले भार्गव कैंप पुलिस चौकी थी, इस जगह का काफी देर अदालत में केस चल रहा था। आखिरकार सुप्रीमकोर्ट से ऑर्डर के बाद जब पार्टी इस जगह पर पुलिस की मदद से कब्जा लेना चाहती थी तो सुशील रिंकू ने यह कह कर कब्जा नहीं लेने दिया था कि यहां बसने वाले गरीब लोगों को कहीं न कहीं पहले बसाया जाए, फिर जमीन को खाली करवाया जाए। इसी बात को लेकर पार्टी उक्त जमीन का कब्जा पिछले लंबे समय से नहीं ले पा रही थी।
सूत्रों की मानें तो जमीन पर कब्जा लेने वाली पार्टी की पुलिस अधिकारियों के साथ काफी करीबी रही है। कुछ दिन पहले इसी मामले को लेकर युरिंद्र सिंह हेयर ने विधायक सुशील रिंकू को फोन किया था। सुशील रिंकू की मानें तो डी.आई.जी. हेयर की टोन धमकाने वाली थी। पहले हेयर ने रिंकू को उसी शाम 6 बजे मिलने को कहा, फिर फोन कर 7 बजे मिलने को कहा मगर रिंकू ने साफ मना कर दिया। अगले दिन फिर रिंकू को हेयर का फोन आया और मिलने को कहा मगर रिंकू ने फिर मिलने से इंकार कर दिया। धमकी भरे लहजे में फोन पाकर विधायक रिंकू ने तुरंत इसकी शिकायत मुख्यमंत्री कैप्टन अमरेंद्र सिंह, चीफ सैक्रेटरी व डी.जी.पी. सुरेश अरोड़ा को भेज दी। इस शिकायत के बाद बाकायदा मुख्यमंत्री कैप्टन अमरेंद्र सिंह का फोन विधायक सुशील रिंकू को आया और उन्होंने पूरे मामले की हकीकत जानी।
विधायक रिंकू की पूरी बात सुनने के बाद तुरंत सी.एम. ऑफिस से डी.आई.जी. युरिंद्र सिंह हेयर के ट्रांसफर ऑर्डर आ गए। मुख्यमंत्री कै. अमरेंद्र सिंह का कहना है कि वह अपने किसी विधायक के खिलाफ कोई बात स्वीकार नहीं करेंगे और अगर विधायकों के मामले में किसी भी अधिकारी की कोई शिकायत आई तो तुरंत कार्रवाई की जाएगी।