Edited By Punjab Kesari,Updated: 03 Jul, 2017 10:16 AM
एक ओर जहां सरकार द्वारा ‘बेटी बचाओ बेटी पढ़ाओ’ अभियान के तहत बेटियों को बेटों के बराबर दर्जा एवं सम्मान देने के लिए अनेक प्रयास किए जा रहे हैं,
अबोहर(भारद्वाज): एक ओर जहां सरकार द्वारा ‘बेटी बचाओ बेटी पढ़ाओ’ अभियान के तहत बेटियों को बेटों के बराबर दर्जा एवं सम्मान देने के लिए अनेक प्रयास किए जा रहे हैं, इसके बावजूद आज भी हमारे समाज के लोगों की रूढ़ीवादी सोच लड़कियों की बजाय लड़कों के जन्म को ही प्राथमिकता देने पर अटकी हुई है, जिसके चलते कन्या भ्रूण हत्या के मामले अभी भी लगातार सामने आ रहे हैं।
इसी घटनाक्रम के तहत गांव जंडवाला हनुवंता निवासी एवं राजस्थान के बनवाला में विवाहित एक महिला के ससुरालियों ने उसके पेट में लड़की होने का समाचार सुनकर उसके पेट में लातें मार कर उसकी पेट में ही हत्या कर दी। घायल महिला को उसके परिजनों ने इलाज के लिए सरकारी अस्पताल में भर्ती करवाया है। थाना खुइयां सरवर पुलिस मामले की जांच कर रही है। जानकारी के अनुसार जंडवाला हनुवंता निवासी सुमन के पिता ब्रह्मदेव ने बताया कि उन्होंने अपनी बेटी सुमन की शादी करीब 4 वर्ष पूर्व राजस्थान के गांव बनवाला निवासी दविन्द्र कुमार के साथ की थी। शादी के कुछ माह बाद जब वह गर्भवती हुई तो उसके ससुराल वालों ने उसके पेट में लड़की होने का पता लगाकर उसका गर्भपात करवा दिया। इसके कुछ समय बाद उसके घर फिर से एक बेटी ने जन्म लिया, जो अब अढ़ाई वर्ष की है।
उन्होंने बताया कि करीब 5 माह पूर्व उनकी बेटी सुमन फिर से गर्भवती हुई और उसके ससुरालियों को इस बात का पता चला तो वे उससे मारपीट करने लगे, जिससे गर्भ में पल रही बच्ची की मौत हो गई। पीड़िता के परिजनों ने पुलिस से सुमन के पति दविन्द्र, सास बिमला व ससुर रणजीत के खिलाफ मामला दर्ज करने की मांग की है। उधर, पुलिस ने घायल सुमन के बयानों पर उसके ससुरालियों के खिलाफ मामला दर्ज कर लिया है। इस संबंधी पुलिस अधिकारी सहायक सब-इंस्पैक्टर बलदेव सिंह ने कहा कि पीड़ित सुमन ने बताया है कि उसका अल्ट्रासाऊंड श्रीगंगानगर में करवाया था। इस संबंधी जांच की जा रही है, जांच के बाद पता चलेगा कि यह अल्ट्रासाऊंड किस डाक्टर से करवाया गया है, जिसके विरुद्ध भी कार्रवाई की जाएगी।