Edited By Vaneet,Updated: 06 May, 2019 09:06 PM
पंजाब के मुख्यमंत्री अमरेंद्र सिंह ने सोमवार को केंद्रीय मंत्री हरसिमरत कौर बादल की आलोचना करते हुए उन पर आरोप लगाया ....
खडूर साहिब: पंजाब के मुख्यमंत्री अमरेंद्र सिंह ने सोमवार को केंद्रीय मंत्री हरसिमरत कौर बादल की आलोचना करते हुए उन पर आरोप लगाया कि केंद्र में मंत्री रहने के बावजूद राज्य के लिए उन्होंने ‘‘कुछ नहीं किया। इससे पहले मुख्यमंत्री अमरेंद्र से हरसिमरत कौर बादल ने सवाल किया था कि पूर्ववर्ती शिअद सरकार द्वारा शुरू की गई योजनाएं वर्तमान कांग्रेस सरकार ने क्यों खत्म कर दीं।
मुख्यमंत्री खडूर साहिब और अमृतसर सीटों से कांग्रेस उम्मीदवार क्रमश: जसबीर सिंह डिम्पा और गुरजीत सिंह औजला के समर्थन में जुटे लोगों के सवालों के जवाब दे रहे थे। कैप्टन ने कहा, ‘‘यह बीबी (हरसिमरत) केंद्र सरकार में रहने के बावजूद अपने राज्य के लिए कुछ भी नहीं कर सकी। उन्होंने कहा कि केंद्र की भारतीय जनता पार्टी नीत सरकार राज्य के विकास के लिए इच्छुक नहीं है। तलवंडी साबो में शिरोमणि अकाली दल के नेता ने आरोप लगाया कि अमरेंद्र सिंह की सरकार ने बठिंडा क्षेत्र में हजारों ‘आटा दाल योजना कार्ड को रद्द कर दिया।
बालाकोट हमले का व्यक्तिगत श्रेय लेने की कोशिश कर रहे हैं मोदी
मुख्यमंत्री कैप्टन ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पर सशस्त्र बलों की कार्रवाई के लिए व्यक्तिगत श्रेय लेने का प्रयास करने का आरोप लगाते हुए कहा कि सीमा पार होने वाली कार्रवाई के लिए ‘सर्जिकल स्ट्राइक नया शब्दजाल है। कैप्टन ने कहा, ‘‘बालाकोट में हुए हवाई हमले का मोदी श्रेय लेना चाहते हैं.....प्रधानमंत्री ने कुछ नहीं किया है। मुख्यमंत्री ने पूछा, ‘‘1965, 1971 अथवा करगिल में वह (मोदी) थे। कैप्टन ने रेखांकित करते हुए कहा, ‘‘यह पूर्व प्रधानमंत्री इंदिरा गांधी थी, जिन्होंने पाकिस्तान के ‘टुकड़े कर दिए। 1971 की लड़ाई में पाकिस्तान को दो हिस्सों में तोड़ दिया और इसका पूरा श्रेय भारतीय सेना तथा फील्ड मार्शल एस.एच.एफ. जे मानेकशा को दिया।
उन्होंने दावा किया कि पिछले 70 सालों से सीमा पार हमले हो रहे हैं। मुख्यमंत्री ने आरोप लगाया कि मोदी सामान्य तौर पर रक्षा सेवा के साहसिक कृत्य को ‘हड़पने का प्रयास कर रहे हैं। उन्होंने कहा कि यह भारतीय सेना है और किसी की ‘‘व्यक्तिगत संपत्ति नहीं है। राज्य के संकटग्रस्त किसानों की समस्याओं के प्रति सहानुभूति दिखाते हुए सिंह ने निर्धारित समय से एक हफ्ता पहले धान रोपने की अनुमति देने के अपनी सरकार के निर्णय की घोषणा की।