Edited By Punjab Kesari,Updated: 11 Jan, 2018 09:40 AM
आढ़ती एसोसिएशन पंजाब के एक शिष्टमंडल ने अध्यक्ष रविंद्र सिंह चीमा के नेतृत्व में किसानों की खुदकुशियों के बारे में बनी विधानसभा कमेटी के चेयरमैन सुखविंद्र सिंह सरकारिया एवं सदस्यों को मिलकर किसानों की खुदकुशियों बारे अपना पक्ष रखा।
चंडीगढ़(भुल्लर): आढ़ती एसोसिएशन पंजाब के एक शिष्टमंडल ने अध्यक्ष रविंद्र सिंह चीमा के नेतृत्व में किसानों की खुदकुशियों के बारे में बनी विधानसभा कमेटी के चेयरमैन सुखविंद्र सिंह सरकारिया एवं सदस्यों को मिलकर किसानों की खुदकुशियों बारे अपना पक्ष रखा। उन्होंने किसान ऋण माफी बारे हुई घोषणाओं के बाद बढ़ रही खुदकुशियों पर ङ्क्षचता जताते हुए कहा कि कर्जा माफी बारे सरकार दो टूक फैसला लेकर कर्जा माफी मामला एक ही समय में निपटाए।
चीमा ने किसान खुदकुशियों पर हो रही राजनीति को दुर्भाग्यपूर्ण बताते हुए कहा कि ऐसे भोग समागमों पर शहीदी समागमों की तरह भाषण नहीं देने चाहिएं। उन्होंने मांग की कि किसी भी किसान की खुदकुशी होने पर किसी आढ़ती के खिलाफ केस दर्ज करने से पहले किसी आई.पी.एस. अधिकारी से जांच करवाई जाए एवं अगर शिकायत झूठी पाई जाए तो जिम्मेदार ऐसे किसान नेताओं के खिलाफ केस रजिस्टर किया जाए। चीमा ने कहा कि किसान खुदकुशियों के बाद मुआवजा देने के स्थान पर खुदकुशियों के बढ़ रहे किसान परिवारों की पहचान करने के लिए बैंकरों, को-ऑप्रेटिव सोसायटियों एवं आढ़तियों सहित कृषि विभाग के उच्चाधिकारियों की कमेटी बनाई जाए जो बेबस हो चुके किसान परिवारों की पहचान करके मदद करने के लिए ग्रांट उनकी मौत से पहले देने की नीति तैयार करें।