Edited By swetha,Updated: 13 Jan, 2019 02:27 PM
हमसे से कई लोग ऐसे हैं जो चमत्कार पर विश्वास नहीं करते। अकसर हमने फिल्मों में देखा है कि कैसे मरे हुए लोग जीवित हो जाते हैं। पर वो तो फिल्मी दुनिया है। ऐसा ही चमत्कार बरनाला के तपा मंडी में हुआ है। यहां पी.जी.आई. द्वारा मृत युवक जीवित हो गया। गांव...
तपा मंडी(गर्ग): हमसे से कई लोग ऐसे हैं जो चमत्कार पर विश्वास नहीं करते। अकसर हमने फिल्मों में देखा है कि कैसे मरे हुए लोग जीवित हो जाते हैं। पर वो तो फिल्मी दुनिया है। ऐसा ही चमत्कार बरनाला के तपा मंडी में हुआ है। यहां पी.जी.आई. द्वारा मृत युवक जीवित हो गया। गांव पक्खों कलां में उस समय भगवान का करिश्मा देखने को मिला जब दसवीं कक्षा में पढ़ते विद्यार्थी की मौत हो जाने के बाद उसके परिवार वाले उसको संस्कार के लिए अस्पताल से घर ले जा रहे थे,अचानक गांव के नजदीक आने पर वह एम्बुलैंस में उठकर बैठ गया और बोलने लगा।
दिमाग की नस फटने के कारण डाक्टरों ने कर दिया था मृत घोषित
दरअसल बरनाला के तपा मंडी के गांव पक्खो कलां के गुरजेत सिंह को 7 जनवरी को आंख से कम दिखने के कारण बंठिडा के अस्पताल में भर्ती कराया गया था। यहां डाक्टरों ने सिर में रिसौली बता के उसे लुधियाना डी.एम.सी. रैफर कर दिया गया। वहां से उसे पी.जी.आई. चंडीगढ़ रैफर कर दिया गया। वहां के डाक्टरों ने 10 जनवरी को दिमाग की नस फटने के कारण उसे मृत घोषित कर दिया।
जब खिल उठे परिजनों के चेहरे
लड़के की मौत का पता लगने पर गांव वाले तथा रिश्तेदार उसके घर एकत्रित होने लगे। जब गुरतेज सिंह के शव को गांव पक्खो कलां लाया जा रहा था तो गांव से 5 किलोमीटर पीछे उसको होश आ गया और वह बोलने लगा। जहां इस घटना पर सब को हैरानी हुई वहीं सब के चेहरे खुशी से खिल उठे।
अभी भी हालत नाजुक
अब वह फरीदकोट के एक सरकारी अस्पताल में उपचाराधीन है। यहां अभी भी उसकी हालत नाजुक है। इस चमत्कार के बाद पूरे इलाके की तरफ से विद्यार्थी की लंबी उम्र के लिए अरदास की जा रही है।