Edited By Mohit,Updated: 12 Sep, 2020 09:14 AM
कोरोना का शिकार हो रहे पत्रकारों के लिए जालंधर के जिला उपाध्यक्ष घनश्याम थोरी ने उच्च स्तरीय...........
जालंधरः कोरोना का शिकार हो रहे पत्रकारों के लिए जालंधर के जिला उपाध्यक्ष घनश्याम थोरी ने उच्च स्तरीय कमेटी का गठन किया है। दरअसल इलेक्ट्रॉनिक मीडिया एसोसिएशन का एक शिष्ठ मंडल आज जिला उपायुक्त को मिला था, जहां यह नाराजगी जताई गई कि मीडिया के प्रति प्रशासन का व्यवहार ठीक नहीं रहा है। मीडिया के लोग भी कोरोना की पहली पंक्ति के योद्धा हैं। कोरोना महामारी के दौरान भी पत्रकारों को फील्ड में काम करना पड़ता है लेकिन सरकार द्वारा किसी भी पत्रकार को इंसानियत के नाते पूछा नहीं जा रहा है।
इस दौरान प्रिंट एंड इलैक्ट्रॉनिक मीडिया एसोसिएशन के प्रधान सुरिंदर पाल ने कहा कि अगर सरकार का दायां हाथ प्रशासन है तो बायां हाथ मीडिया है। सुरिंदर पाल ने कहा कि कोरोना महामारी के दौरान मीडिया की भूमिका काफी जिम्मेदार और महत्वपूर्ण रही है। इस कारण उनके एक साथी सुरिंदर शिंदा कोरोना की चपेट में आ गए हैं, जिससे उनकी मौत हो गई थी। वहीं प्रिंट एंड इलैक्ट्रॉनिक मीडिया एसोसिएशन के महासचिव अश्वनी खुराना भी कोरोना से जंग लड़ रहे हैं और हमारा साथी अमित कुमार भी कोरोना को हराकर हाल ही में अस्पताल से घर लौटा है। प्रशासन द्वारा हौंसला बढ़ाने के लिए एक फोन तक नहीं किया, जिससे महसूस हो रहा है कि प्रशासन मीडिया के प्रति रवैया ठीक नहीं रख रहा है।
जिला उपायुक्त ने इनकी समस्याओं को सुनते हुए माना कि ऐसा सिर्फ तालमेल की कमी के कारण हुआ है। उन्होंने तुरंत एक उच्च स्तरीय कमेटी का गठन कर दिया, जिसमें एक प्रशासनिक अधिकारी जालंधर के अलावा लोक संपर्क अधिकारी, स्वास्थ्य विभाग के डिप्टी मेडिकल सुपरडैंट को शामिल किया गया है। उनके द्वारा भरोसा दिया गया है कमेटी सरकारी रूप से गठित की गई है, जो मीडिया कर्मियों को कोरोना के दौरान आने वाली समस्याओं में हर संभव सहायता देगी और उनको मेडिकल सहूलत के लिए परेशानी ना हो, उनकी हर संभव मदद हो सके, इसको यकीनी बनाया जाएगा। इस मौके पर उप प्रधान गगन वालिया, राजेश कपिल, हरीश शर्मा, रमेश टीटी गाबा, सीनियर पत्रकार नरिंदर अनुशासन कमेटी के परमजीत सिंह सहित और भी मीडिया के कई पत्रकार शामिल थे।