Edited By Updated: 16 Dec, 2016 04:31 PM
शराब व्यवसायी व अकाली हलका इंचार्ज शिव लाल डोडा के गांव रामसरा स्थित फार्म हाऊस में 11 दिसम्बर 2015 को हुए बर्बर हत्याकांड के एक साल
अबोहर (भारद्वाज): शराब व्यवसायी व अकाली हलका इंचार्ज शिव लाल डोडा के गांव रामसरा स्थित फार्म हाऊस में 11 दिसम्बर 2015 को हुए बर्बर हत्याकांड के एक साल बाद भी कातिलाना हमले के बावजूद बच निकला दिवंगत भीम टांक का साथी गुरजंट सिंह सपरिवार दहशत में जी रहा है। उल्लेखनीय है कि दो दर्जन लोगों ने भीम के साथ-साथ गुरजंट के भी हाथ-पांव काटे थे लेकिन परमात्मा ने उसे बचा लिया। तीन माह तक अमृतसर में चले इलाज ने बेशक उसके परिवार को आॢथक बोझ तले दबा दिया लेकिन अब भी उसमें कातिलों और उस कांड की साजिश रचने वाले से अंतिम सांस तक लडऩे का जज्बा कायम है।
आज अपने निवास स्थान पर पत्रकारों के समक्ष अपनी व्यथा व्यक्त करते हुए गुरजंट ने कहा कि जिस बहाववाला पुलिस स्टेशन की नालायकी के कारण हत्याकांड के आरोपी भागने में सफल हो गए थे उस पुलिस स्टेशन के दो कर्मचारी साल बाद भी वहां मौजूद हैं और उनकी कथित वफादारी डोडा परिवार से पहले की तरह ही कायम है। ये कर्मचारी किसी न किसी बहाने गुरजंट व उसके परिवार को इस कांड में खामोशी धारण करने के लिए कथित रूप से दबाव बना रहे हैं। गुरजंट ने मांग की कि इन पुलिस कर्मियों द्वारा इस्तेमाल किए जा रहे मोबाइल फोनों की काल डिटेल निकलवाकर जांच की जाए। गुरजंट ने कहा कि शराब व्यवसायी डोडा परिवार के कारिंदे लगातार उनके घर की निगरानी करते हैं और सम्मन तामील करवाने के बहाने आने वाले पुलिस कर्मी भी दहशत पैदा करने की कोशिश करते हैं। इस स्थिति से पूरा परिवार परेशान है।