Edited By Punjab Kesari,Updated: 16 Sep, 2017 10:51 AM
पाकिस्तान से आयातित वस्तुओं को सही ढंग से व्यवस्थित करने व लेबर की समस्या को निपटाने में पूरी तरह से असफल रही सी.डब्ल्यू.सी. ने अब एक और कारनामा कर दिया है।
अमृतसर (नीरज): पाकिस्तान से आयातित वस्तुओं को सही ढंग से व्यवस्थित करने व लेबर की समस्या को निपटाने में पूरी तरह से असफल रही सी.डब्ल्यू.सी. ने अब एक और कारनामा कर दिया है। इससे विभाग की कार्यशैली पर ही सवाल खड़े हो गए हैं। सी.डब्ल्यू.सी. ने कस्टम विभाग को एक लैटर लिखकर कहा है कि पाकिस्तान से भारतीय आई.सी.पी. में आने वाले टिप्परों को बंद कर दिया जाए।
टिप्पर यानि हाईड्रोलिक सिस्टम से लैस ट्रक,जिसमें जिप्सम, पाकिस्तानी नमक व अन्य खुला सामान आता है। इसका बटन दबाने से सारा सामान जमीन पर आ जाता है। आई.सी.पी. की लेबर टिप्परों के जरिए आने वाले माल पर भी लेबर फीस मांग रही है।
सी.डब्ल्यू.सी. ने अपने ही विभाग के नोटीफिकेशन को जारी करने की बजाय उल्टा रास्ता अपनाते हुए टिप्परों की ही एंट्री को आई.सी.पी. में बंद करने का निर्णय ले लिया है, जिसका व्यापारियों की तरफ से विरोध किया जा रहा है। इंपोर्टर-एक्सपोर्टर एसोसिएशन के अध्यक्ष और व्यापारी नेता राजदीप सिंह उप्पल ने कहा कि सी.डब्ल्यू.सी. ने बेशर्मी की सभी हदें लांघ दी हैं।
विभाग के उच्चाधिकारियों के आदेश का पालन करने की बजाय गलत ढंग से टिप्परों को ही बंद करने का फैसला ले लिया है, जिसकी जांच होनी चाहिए और यह लैटर लिखने वाले अधिकारियों के खिलाफ विभागीय कार्रवाई होनी चाहिए। उप्पल ने कहा कि सी.डब्ल्यू.सी. के कुछ अधिकारी उन व्यापारियों पर भी अंडर दि टेबल लेबर चार्जेज भरने का दबाव बना रहे हैं, जिनका सामान टिप्परों से आता ही नहीं है। व्यापारियों को डराया जा रहा है, जो साबित करता है कि सी.डब्ल्यू.सी. के अधिकारी मिलीभगत से काम कर रहे हैं और व्यापारियों का शोषण कर रहे हैं।