Edited By Vatika,Updated: 12 Oct, 2018 10:55 AM
सी.टी. इंस्टीच्यूट के कमरा नंबर-94 में से जे. एंड के. पुलिस, काऊंटर इंटैलीजैंस व कमिश्नरेट पुलिस द्वारा पकड़े गए तीनों आतंकियों के मामले में पुलिस जल्द ही एक अहम खुलासा कर सकती है।
जालंधर(मृदुल) : सी.टी. इंस्टीच्यूट के कमरा नंबर-94 में से जे. एंड के. पुलिस, काऊंटर इंटैलीजैंस व कमिश्नरेट पुलिस द्वारा पकड़े गए तीनों आतंकियों के मामले में पुलिस जल्द ही एक अहम खुलासा कर सकती है।
बनिहाल टनल के मार्फत पंजाब लाई गई ए.के. 56!
इंटैलीजैंस सूत्रों ने बताया कि जाकिर मूसा आतंकी ग्रुप के ही लोगों ने ए.के. 56 राइफल व आर.डी.एक्स. मुहैया कराने के लिए स्टूडैंट्स का साथ लिया था ताकि पुलिस को इस तस्करी का शक न हो पाए। सूत्रों के मुताबिक ए.के. 56 राइफल व आर.डी.एक्स. श्रीनगर से होते हुए बनिहाल टनल (अब ज्वाहर टनल) के मार्फत पंजाब में पहुंचाई गई थी। हालांकि आरोपियों से यह बात उगलवाने में दिक्कत आ रही है कि हथियारों की तस्करी कब हुई। इंटैलीजैंस इनपुट के मुताबिक बरामद की गई प्वाइंट 30 माऊजर चाइना मेड है और उसे मैक्लोडगंज-तिब्बत बॉर्डर से तस्करी के द्वारा लाया गया है।
एक आरोपी जांच में नहीं कर रहा सहयोग
पुलिस सूत्रों की मानें तो आतंकियों से की गई अब तक की जांच के तार मकसूदां बम ब्लास्ट से जुड़ते नजर आ रहे हैं। ये तीनों आतंकी ही मकसूदां बम ब्लास्ट कांड के ताले की चाबी हैं, क्योंकि इन तीनों आतंकियों से पकड़ी गई सामग्री और मकसूदां बम ब्लास्ट में इस्तेमाल की गई सामग्री को टैस्ट कराया जा रहा है जिससे मकसूदां बम ब्लास्ट की स्थिति साफ हो सकती है। पकड़े गए तीनों आरोपियों में से एक आरोपी जांच में सहयोग नहीं कर रहा है।