Edited By Punjab Kesari,Updated: 25 Nov, 2017 10:36 AM
बुलेट मोटरसाइकिल से पटाखे व गोली की तरह निकलने वाली आवाज से लोग काफी परेशान हो रहे हैं। इस मामले में सख्त आदेशों के बाद भी पुलिस इस पर रोक नहीं लगा पा रही है, हालांकि ट्रैफिक पुलिस का मानना है कि उनकी तरफ से अनेक ऐसे बुलेट मोटरसाइकिलों के चालान किए...
जालंधर(पाहवा): बुलेट मोटरसाइकिल से पटाखे व गोली की तरह निकलने वाली आवाज से लोग काफी परेशान हो रहे हैं। इस मामले में सख्त आदेशों के बाद भी पुलिस इस पर रोक नहीं लगा पा रही है, हालांकि ट्रैफिक पुलिस का मानना है कि उनकी तरफ से अनेक ऐसे बुलेट मोटरसाइकिलों के चालान किए जा चुके हैं और समय-समय पर कार्रवाई की जाती है। लेकिन इसके बावजूद गोली जैसी आवाज वाले साइलैंसर पूरी तरह से नहीं उतरे हैं।
दूसरी तरफ यह इस बात की ओर भी संकेत करता है कि शरारती युवाओं में पुलिस का खौफ नहीं है। दिन के समय भले ही कम सुनाई दें परंतु रात के समय शहर की विभिन्न सड़कों पर ठा-ठा की आवाजें दूर-दूर तक सुनाई पड़ती हैं। खास बात तो यह है कि रात के समय लोगों को बेशक यह आवाज परेशान करती हो लेकिन पुलिस को सुनाई नहीं पड़ती। बुलेट मोटरसाइकिल से निकलने वाली आवाज हू-ब-हू किसी बंदूक से निकलने वाली गोली जैसी आवाज के समान है जिसके चलते लोग काफी परेशान होते रहते हैं, ऐसे में अगर कोई वारदात को अंजाम दे जाए तो यह बात साफ होने में समय लग जाएगा कि किसी वारदात को अंजाम दिया गया है।
हर बुलेट मोटरसाइकिल की हो जांच
सहदेव मार्किट, कचहरी चौक व शाी मार्कीट के आसपास के क्षेत्रों में मोटरसाइकिल के पाटर््स बेचे जाते हैं जहां पर बुलेट मोटरसाइकिल के साइलैंसर भी बेचे जाते हैं। सहदेव मार्किट के कुछ दुकानदारों का दावा है कि वह अब पटाके मारने वाले साइलैंसर की बिक्री नहीं करते। उनका कहना है कि पुलिस के निर्देशों पर ही यह कदम उठाया गया है। अगर यह बात सही है तो आखिर पटाखे वाले साइलैंसर आ कहां से रहे हैं? दूसरी तरफ कार्रवाई करने का पुलिस दावा तो कर रही है इसके बावजूद इन पर पूर्णतया रोक नहीं लग पाना जाहिर करता है कि कहीं न कहीं लापरवाही बरती जा रही है।
सजा व जुर्माना
बुलेट मोटरसाइकिल पर लगाए जाने वाले साइलैंसर को लेकर पिछले समय में नियम तोडऩे वालों के खिलाफ 5 हजार रुपए का जुर्माना या 6 माह की सजा का प्रावधान किया गया है। प्रदूषण बोर्ड व ट्रैफिक पुलिस ने पिछले दिनों में ज्वायंट नाके लगाकर एक अभियान चलाया था लेकिन उसके बाद सब शांत हो गया।