Edited By Punjab Kesari,Updated: 30 Dec, 2017 10:30 AM
गऊ रक्षा या गऊ हत्या के मुद्दे पर भारत में सियासत जारी है, लेकिन इस मामले का हल नहीं हो सका। गत रात्रि बरनाला रोड पर बड़ी बेरहमी से डाला खोलकर आधा दर्जन गऊओं की हत्या कर दी गई, जोकि ठेकेदारी सिस्टम का हिस्सा है और दुर्भाग्यपूर्ण घटना, परन्तु हलका...
बठिंडा (बलविंद्र): गऊ रक्षा या गऊ हत्या के मुद्दे पर भारत में सियासत जारी है, लेकिन इस मामले का हल नहीं हो सका। गत रात्रि बरनाला रोड पर बड़ी बेरहमी से डाला खोलकर आधा दर्जन गऊओं की हत्या कर दी गई, जोकि ठेकेदारी सिस्टम का हिस्सा है और दुर्भाग्यपूर्ण घटना, परन्तु हलका फूल के विधायक इससे बेखबर हैं और हिंदुओं में भारी रोष फैल गया है। जिला प्रशासन इस तरफ ध्यान देने में फेल साबित हो रहा है, क्योंकि इसी तरह की घटना संगत मंडी क्षेत्र में भी एक दिन पहले हो चुकी है।
ठेके पर होती हैं गऊ हत्याएं
अगर इस घटनाक्रम को ठेके पर होती गऊ हत्याएं कहा जाए तो अतिकथनी नहीं होगी। इलाके में कुछ ऐसे व्यक्ति हैं, जो खुद को ठेकेदार कहते हैं। एक ठेकेदार के पास प्रति गांव 20-25 व्यक्ति होते हैं। गांव के सभी किसान प्रति एकड़ पैसे एकत्र कर प्रतिवर्ष के हिसाब से ठेकेदार को देते हैं, जो 5 से 8 लाख रुपए होते हैं। ठेकेदार गांव के क्षेत्रों की सीमा पर नाकाबंदी कर देता है। ठेकेदार के आदमी गऊओं को अपनी सीमा में दाखिल नहीं होने देते। जबकि सीमा के अंदर घूमते गऊवंश को पकड़कर सीमा से बाहर मुख्य मार्ग पर फैंक दिया जाता है। गत रात्रि बरनाला रोड पर जो घटना हुई उसी तरह की घटना संगत मंडी क्षेत्र में हो चुकी है।
कुत्ते खा रहे थे गऊओं को
शर्म की बात है कि रात की घटना के बाद भी प्रशासन ने इस तरफ ध्यान नहीं दिया और दोपहर तक मृतक गऊओं का मास कुत्ते नोच रहे थे। यह न सिर्फ धार्मिक भावनाओं का कत्ल है बल्कि हादसों को भी आमंत्रण है, क्योंकि गऊओं की लाशें सड़क बीच पड़ी हैं।
घटना दुर्भाग्यपूर्ण, पुलिस गंभीर कदम उठाए : योगेश बातिश
शिव सेना पंजाब के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष योगेश बातिश ने कहा कि उक्त घटना बहुत दुर्भाग्यपूर्ण है। पुलिस प्रशासन को चाहिए है कि इस संबंध में गंभीर कदम उठाते हुए सख्ती की जाए। क्योंकि यह ङ्क्षहदुओं की भावनाओं के साथ खिलवाड़ है, जिसे बर्दाश्त नहीं किया जाएगा। उन्होंने कहा कि गौशालाओं को चाहिए कि गौवंश को संभालें। किसानों से अपील है कि वे अपनी फसलों को जरूर बचाएं लेकिन गऊओं की लाशें बिछाने से बचाव किया जाए।
चलती गाड़ी में डाला खोलकर फैंकी गऊएं
गऊओं को भारत भर में हिंदू-देवताओं के बराबर का दर्जा हासिल है, जिसकी रक्षा करना हर भारतीय का पहला फर्ज है, परन्तु हर दिन कहीं न कहीं गऊ हत्याएं हो रही हैं। आज सुबह गांव जेठूके के निकट बरनाला रोड पर & किलोमीटर के क्षेत्र में आधा दर्जन गऊओं की लाशें पड़ी थीं, जिनके ऊपर से वाहन गुजर रहे थे। इस कारण गऊओं के कई हिस्से बुरी तरह कुचले गए थे। घटना से स्पष्ट है कि कैंटर आदि वाहन में दर्जन भर गऊएं भरी हुई थीं जो रात के समय रामपुरा फूल के ही गांवों में चढ़ाई गईं और वाहन को मुख्य रोड तपा तरफ भगा दिया गया। आगे जाकर गांव जेठूके से पहले वाहन का डाला खोल दिया गया। ब्रेक लगा-लगाकर वाहन को चलाया गया, जिस कारण गऊएं खुले डाले से नीचे गिरती रहीं। नतीजे के तौर पर कुछ गऊएं गिरकर मर गईं और कुछ जख्मी हो गईं। जख्मी गऊएं सड़क किनारे नहीं हो सकीं और उनको वाहनों ने कुचल दिया। इसके अलावा 1 गऊ जिसकी टांगें टूटी थीं सड़क किनारे बैठी थी, जबकि कुछ अन्य जख्मी हालत में खेतों में चली गईं।
गौहत्या मामले में अज्ञात नामजद : एस.एस.पी.
एस.एस.पी. नवीन सिंगला ने बताया कि उक्त घटना बारे पता लगने के बाद जांच शुरू कर दी गई है। जबकि आज रात को नाकाबंदी भी करवाई जा रही है। मामले को गंभीरता से देखते हुए बजरंग दल के नेताओं की शिकायत पर अज्ञात व्यक्तियों के खिलाफ मामला दर्ज किया है जबकि अगली कार्रवाई जारी है।