Edited By Punjab Kesari,Updated: 21 Dec, 2017 11:39 AM
लावारिस पशुओं खासकर गाय-भैंसों को सड़कों से हटाकर गौशाला में रखने पर आने वाले खर्च की भरपाई के लिए अब काऊ सैस की वसूली के लिए मैरिज पैलेसों से कलैक्शन शुरू करने का रास्ता साफ हो गया है।यह बात किसी से छिपी नहीं है कि लावारिस पशुओं की समस्या कितनी...
फिरोजपुर(चावला): लावारिस पशुओं खासकर गाय-भैंसों को सड़कों से हटाकर गौशाला में रखने पर आने वाले खर्च की भरपाई के लिए अब काऊ सैस की वसूली के लिए मैरिज पैलेसों से कलैक्शन शुरू करने का रास्ता साफ हो गया है।यह बात किसी से छिपी नहीं है कि लावारिस पशुओं की समस्या कितनी गंभीर रूप धारण करती जा रही है। इसका शिकार कई राहगीर हो चुके हैं, कई तो जान भी गंवा बैठे हैं। इस समस्या का समाधान करने हेतु सरकार ने अपनी गौशाला बनाने व संचालन पर आने वाले खर्च की भरपाई तथा लावारिस पशुओं का रख-रखाव कर रही संस्थाओं को मदद देने के लिए 10 आइटमों पर काऊ सैस लगाने का फैसला किया हुआ है।
विभाग की मदद से होगी क्रॉस चैकिंग
काऊ सैस की अदायगी के मामले में मैरिज पैलेस संचालकों द्वारा सही जानकारी दी जाती है या नहीं, इस संबंधी विभाग क्रॉस चैकिंग करेगा।
मैरिज पैलेस मालिकों का तर्क
सरकार द्वारा लगाए गए काऊ सैस पर अपनी कड़ी प्रतिक्रिया जाहिर करते हुए कई मैरिज पैलेस मालिकों ने अपना नाम न छापने की शर्त पर कहा कि सरकार का यह कदम उचित नहीं। शीघ्र ही इस संबंधी कांग्रेस सरकार के प्रतिनिधियों से बात करेंगे तथा मुख्यमंत्री पंजाब कैप्टन अमरेन्द्र सिंह से मुलाकात भी करेंगे व मांग करेंगे कि उक्त लगाए गए काऊ सैस का बोझ उन पर न डाला जाए।