Edited By swetha,Updated: 02 Mar, 2020 12:16 PM
पंजाब में बेशक कांग्रेस सरकार आ चुकी है पर कैप्टन अमरेंद्र सिंह के राज में अकाली दल द्वारा पंजाब में चलाया गया ट्रांसपोर्ट, खनन माफिया राज लगातार तरक्की कर रहा है। इसमें कांग्रेस सरकार भी पूरी तरह शामिल है।
जालंधर(बुलंद): पंजाब में बेशक कांग्रेस सरकार आ चुकी है पर कैप्टन अमरेंद्र सिंह के राज में अकाली दल द्वारा पंजाब में चलाया गया ट्रांसपोर्ट, खनन माफिया राज लगातार तरक्की कर रहा है। इसमें कांग्रेस सरकार भी पूरी तरह शामिल है। कांग्रेस के राज में पंजाब में भ्रष्टाचार बहुत बढ़ गया है। इन बातों का प्रकटावा आम आदमी पार्टी के विधायकों कुलतार सिंह संधवां, जै सिंह रोड़ी, डॉ. संजीव शर्मा व जिला प्रधान डा. एस.डी. माली ने किया।
आप पार्टी के नेताओं ने आरोप लगाया कि एक तरफ कैप्टन सरकार हर समय पंजाब का खजाना खाली होने का रोना रोती रहती है वहीं दूसरी ओर पंजाब में प्राइवेट बसों को रोकने की जगह कैप्टन सरकार ने ट्रांसपोर्ट माफिया के साथ मिलकर ट्रांसपोर्ट में आर्थिक लूट मचा रखी है क्योंकि ज्यादातर बसें कांग्रेस के विधायकों, अकाली नेताओं की चल रही हैं।पंजाब रोडवेज की बसों को तो परमिट मिल ही नहीं रहे और बंद होने की कगार पर पहुंच गई है। सारा कारोबार प्राइवेट बसों के हाथ सौंप कर आम लोगों की लूट हो रही है। उन्होंने आरोप लगाया कि कैप्टन खुद अपने विधायकों, नेताओं और अकालियों के साथ मिले हुए हैं।
उन्होंने कहा कि प्राइवेट ए.सी. बसों के सारे रूट परमिट जो हाईकोर्ट ने कैंसिल किए थे, उस मामले में आज तक कैप्टन सरकार ने कोई कदम नहीं उठाया और धड़ल्ले से प्राइवेट ट्रांसपोर्ट ही सारा राजस्व खा रहे हैं और पंजाब रोडवेज बर्बाद हो चुकी है। कैप्टन द्वारा नई ट्रांसपोर्ट नीति बनाई गई थी पर आज तक लागू नहीं की गई और न ही बसों का नया टाइम टेबल लागू किया गया। वाहन 4 पॉलिसी को लागू करने की ओर कोई कदम नहीं उठाया गया।आप पार्टी के नेताओं ने आरोप लगाया एक कांग्रेसी और अकाली दल की सरकार से दुखी होकर ट्रांसपोर्टरों को छोटे-छोटे कामों के लिए इंसाफ लेने के लिए हाईकोर्ट का दरवाजा खटखटाना पड़ रहा है। अनेकों कारोबारियों ने ट्रांसपोर्ट के काम में से हाथ पीछे खींच लिए हैं। सरकारी दफ्तरों में ट्रांसपोर्टरों की कोई सुनवाई नहीं हो रही, जिसके चलते आम आदमी पार्टी ने कहा कि अगर कैप्टन सरकार अकाली दल से मिलकर यूं ही पंजाब में ट्रांसपोर्ट माफिया के पैर मजबूत करती रही तो मजबूरन आम आदमी पार्टी को सरकार के खिलाफ संघर्ष का कदम उठाना पड़ेगा।